जॉर्ज मैथ्यू जो बंगलुरु के इंजीनियरिंग छात्र है साथ ही नितिन वसंत,अतुल बी राज,फॉय अमाल एक ब्रेन मैपिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है। जिन्होंने मिलकर एक ऐसा डिवाइस बनाया जिसमे पूरा एक साल लगा। जिसका रिजल्ट बिलकुल सही हुआ। इस डिवाइस को बनाने के पूछे एक घटना थी जिसमे उनकी ही एक सहपाठी सेक्सुअल हरासमेंट का शिकार हुई थी, जो अपनी मदद तक नही कर पायी, न ही अपना फ़ोन उसे कर पायी।
गुड़गांव के इस स्कूल में 10वीं-12वीं के अलावा सरे क्लासेस की छुट्टी
न्यूरोबड नामक यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पहना जा सकता है. यह एक earphone-like electroencephalogram (EEG) डिवाइस है. यह स्मार्टफोन और पीड़ित के बीच इंटरफेस के तौर पर काम करता है. यह डिवाइस खुद-ब-खुद दर्द को भांप लेता है और SOS को एक्टिव कर देता है. परिणामस्वरूप पीड़ित कहीं भी संदेश भेज सकता है. उनके इस डिवाइस को महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है.
ब्रिटिश गॉट टैलेंट का हिस्सा बनेगा ओडिसा का ये 9 साल का बच्चा
चूंकि महिलाएं यौनिक और शारीरिक हिंसा की चपेट में अधिक आती हैं इसलिए यह उनके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है. एक बार पैनिक बटन दबाने पर इसे डिसमिस करने के बीच 10 सेकंड का गैप होता है. उसके बाद यह एलर्ट भेजता है. कई मौकों पर हमलावर फोन भी छीन लेते हैं. ऐसे में यह सिस्टम सर्वर के पास एलर्ट भेजता है. इसके अलावा ये न्यूरोबड किसी ड्राइवर के सोने को भी डिटेक्ट कर उसे आगाह कर सकते हैं.
बाजार में आया पहला टैंगो स्मार्टफोन ‘लेनोवो फैब 2 प्रो
ट्विटर इंडिया के प्रमुख ऋषि जेटली का इस्तीफा
उबर नें पेश किया नए फिचर के साथ ऐप