पुणे। इलेक्ट्रिक कारों की राह आसान होने वाली है। ऑटो सेक्टर में लंबे वक्त से इलेक्ट्रिक कारों के कॉन्सेप्ट को लेकर चर्चाएं चल रही है। वहीं बात करें भारतीय बाजार की तो यहां इलेक्ट्रिक कारो को सड़को पर दौड़ाना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन इस समस्या का हल कर दिखाया है इंडियन स्पेस रिसर्ज ऑर्गनाइजेशन (ISRO) और ऑटोमोटिव रिसर्च असोसिशन ऑफ इंडिया (ARAI) ने।
भारतीय कार बाजार में पांव जमाने के लिए जीएम की एक अरब डॉलर की योजना
ये दोनों संस्था एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जो भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक कारो की राह को आसान करेगा। जानकारी के मुताबिक जिस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है उसके अनुसार स्पेस में इस्तेमाल होने वाली एक तकनीक का इस्तेमाल जमीन पर चलने वाली गाड़ियों में किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, ISRO और ARAI दोनों मिलकर लिथियम ऑयन बैट्री की तकनीक को जमीन पर चलने वाली गाड़ियों में इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है। अगर यह तकनीक सफल हो जाती है तो इलेक्ट्रॉनिक वीकल्स के क्षेत्र में ये क्रांति जैसा होगा।
बजाज ऑटो ने पेश किए दो नए केटीएम एडिशन
सड़क और राजमार्ग परिवहन सचिव संजय मित्रा को इस तकनीक के साथ एक प्रोटोटाइप मॉडल दिखाया जा चुका है। स्पेस की इस तकनीक का ऑटोमोटिव सेगमेंट में सफल इस्तेमाल मील का पत्थर साबित हो सकता है।
दिखाए गए प्रोटोटाइप में 48 वोल्ट और 50 ऐम्पियर की बैटरी लगाई गई थी। यह प्रोटोटाइप 2 घंटे की चार्जिंग में 90 किलोमीटर तक चल सकता है। साथ ही, यह गाड़ी 40-50 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार तक दौड़ सकती है।
सोर्स- गूगल
फोर्ड नें भारतीय बाजार में लॉन्च किया इकोस्पोर्ट प्लेटिनम एडिशन
मारुति सुजुकी सियाज दमदार इंजन से होगी लैस
स्पोर्ट 380 का रेस ट्रैक- ओनली वर्जन इन दमदार फीचर्स से होगा लैस