शिवाजी एक सच्चे योद्धा थे ये तो सभी जानते हैं, क्या आपको पता है वे महिलाओं की बहुत इज्जत किया करते थे। उन्होंने कभी किसी महिला का अपमान नहीं किया, उन्हें ये संस्कार उनकी माता से ही मिले थे। वीर शिवाजी से जुड़ी एक बहुत ही रौचक कथा है जिसके बारे में जानकर शिवाजी की इज्जत आपकी नजरों में और भी बढ़ जाएगी। आइए जानते हैं इस रौचक कथा के बारे में....
जानिए! शिवाजी और बीजापुर के संबंध के बारे में ....
एक बार शिवाजी की सेना के एक सैनिक ने एक मुगल किलेदार की एक जवान और अति सुंदर युवती को उसके घर से उठा लिया और उसकी सुंदरता पर मुग्ध होकर उसने उसे शिवाजी के समक्ष पेश करने का विचार किया। वह उस युवती को उठाकर शिवाजी के पास ले गया, जब शिवाजी ने उस युवती को देखा तो वह उसकी सुंदरता की तारीफ किए बिना नहीं रह सके लेकिन उन्होंने उस युवती की तारीफ में जो कहा वह कुछ इस तरह से था....
शिवाजी ने इस्लाम धर्म के लिए बनाई थी ये नीति
काश! हमारी माता भी इतनी खूबसूरत होतीं तो मैं भी खूबसूरत होता....
दुआ है हमारी, गुलाबों सी महके जिंदगी तुम्हारी “
दुआ है हमारी, गुलाबों सी महके जिंदगी तुम्हारी
आधुनिक नौसेना के जनक थे शिवाजी
इसके बाद शिवाजी ने अपने सेनापति को डांटते हुए कहा कि वह उस युवती को जल्द से जल्द उसके घर ससम्मान छोड़कर आएं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वह दूसरे की बहू-बेटियों को अपनी माता की तरह मानते हैं। वीर शिवाजी की तलवार में जितनी धार थी उतना ही उनका चरित्र भी प्रभावी था, उन्होंने अपने चरित्र को कभी भी दागदार नहीं होने दिया।
शिवाजी जयंती : एक सच्चे मराठा थे छत्रपति शिवाजी