न्यूयार्क। प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्य नाडेला ने बांटने और भेदभाव करने के इस दौर में ‘विविधता व समावेशन’ पर जोर देते हुए कहा है कि कंपनी को अपने मिशन को पूरा करने के लिए दुनिया के हरेक व्यक्ति व हरेक कंपनियों की तरह ही दिखना होगा।
भारतीय मूल के नाडेला ने पिछले सप्ताह न्यूयार्क विश्वविद्यालय में टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग तथा स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस के अध्यापकों व छात्रों के साथ संवाद में यह बात कही।
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उन्होंने कहा, ‘हम इस दुनिया, हर किसी व हर संगठन को सक्षम बनाना चाहते हैं। हमने इस पर बहुत ध्यान केंन्द्रित किया है। इसका मतलब है कि हमें दुनिया के हर संगठन व हरेक व्यक्ति जैसा दिखना होगा।’
संवाद के दौरान एक छात्र ने नाडेला से पूछा कि कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कंपनी के भीतर संस्कृति में बदलाव के लिए क्या कदम उठाए हैं। इस पर नाडेला ने और अधिक हासिल करने के लिए दुनिया के हर व्यक्ति व हर संगठन को सक्षम बनाने’ के कंपनी के मिशन का उल्लेख किया। नाडेला ने जोर दिया कि कंपनी के मुख्य मिशन को हासिल करने के लिए विविधता व समावेशन बहुत महत्वपूर्ण है।
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नाडेला ने कहा, ‘विविधता व समावेशन बहुत महत्वपूर्ण है। निसंदेह रूप से इसकी शुरआत विविधतापूर्ण कार्यबल के साथ होती है लेकिन समावेशन एक सांस्कृतिक पक्ष है जिस पर हमें हर दिन काम करना होगा।’ उन्होंने कहा कि विविधता व समावेशन की संस्कृति समूची कंपनी में विकसित होनी चाहिए और माइक्रोसाफ्ट इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
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