मुंबई। देश में महिलाओं की स्थिति किसी से छुपी नही है। आज भी महिलाओं को अपने हक के लिए खासी जद्दोजहद करते देखा जा सकता है। यहीं नही हमारे आसपास ऐसे कई उदाहरण है जो महिलाओं की स्थिति बयां करते है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन (अंकटाड) की महासचिव मुखीसा ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहां है कि राष्ट्र की प्रगति का 50 प्रतिशत निवेश महिलाओं के लिए हो।
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उन्होंनें कहा कि देश की प्रगति व विकास में लगने वाले धन का 50 प्रतिशत से अधिक निवेश महिलाओं के लिए होना चाहिए ताकि समावेशी समृद्धि सुनिश्चित की जा सके। वे यहां वैश्विक आर्थिक शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।
कितुई ने कहा,‘ऐसे समय में जबकि दुनिया समावेशी समृद्धि की दिशा में काम कर रही है, आदर्श प्राथमिकता यही होनी चाहिए कि किसी देश की प्रगति व विकास का 50 प्रतिशत निवेश महिलाओं के लिए हो।’ उन्होंने कहा कि व्यापार एक ऐसा क्षेत्र है जो कि महिलाओं के सशक्तिकरण में योगदान कर सकता है।
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कितुई ने कहा,‘महिलाओं में कौशल विकास की दिशा में काम करना अपरिहार्य है ऐसा खाका होना चाहिए कि महिलाएं शुरआती स्तर के कर्मचारी से कारपोरेट प्रबंधन स्तर तक जा सकें।’
उन्होंने कहा कि जिन प्रमुख क्षेत्रों में महिलाओं को व्यापक रूप से स्वीकारा किया गया है उनमें सूचना संचार एवं प्रौद्योगिकी (आईसीटी) शामिल है।
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