न्यूयार्क। अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी याहू इंक का वेरिजोन कम्युनिकेशंस इंक के साथ करार होने के साथ ही उसका नाम अलतबा इंक हो जाएगा और कंपनी की सीईओ मार्रिसा मेयर इस्तीफा दे देंगी। 1994 में शुरू हुई कंपनी 'याहू’ ने बहुत जल्द ही इंटरनेट की दुनिया में अपनी जगह बना ली थी लेकिन हाल में इंटरनेट के जरिये प्रचार के प्रचलन में न टिक पाने औैर सर्च इंजन गूगल से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा की वजह से यह दिनोदिन हाशिये पर जाने लगी।
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रही सही कसर याहू में सिक्योरिटी ब्रीच की खबरों ने पूरी कर दी। याहू ने इस गिरावट से उबरने के लिए गूगल की मार्रिसा मेयर को कंपनी से जोड़ा लेकिन वह भी इसका खस्ता हालत को ठीक करने में नाकाम रहीं।
वेरिजोन ने 4.83 अरब डॉलर में याहू की वेब सर्विस का सौदा किया है। सौदे पर मुहर लग जाने के बाद याहू मेल, याहू मैसेंजर तथा याहू सर्च इंजन, डिजिटल प्रचार आदि का पूरा जिम्मा वेरिजोन का होगा।
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इस सौदे के अनुसार याहू जिसे अलतबा के नाम से जाना जायेगा, उसमें दस की जगह मात्र पांच निदेशक होंगे जिनमें टोर ब्राहम, एरिक ब्रैंड, कैथरिन फ्रीडमैन, थॉमस मक्लनेरे और जेफरी स्मिथ शामिल हैं। एरिक ब्रैंड कंपनी के अध्यक्ष बनाये गये हैं और उनकी नियुक्ति नौ जनवरी से प्रभावी है।
याहू के सह संस्थापक डेविड फिलो भी इस डील के साथ साथ याहू से विदाई ले लेंगे। अलतबा की चीन की कंपनी अलीबाबा और याहू जापान में भी हिस्सेदारी रहेगी। कंपनी के पास अलीबाबा के 15 फीसदी और याहू जापान के 35.50 प्रतिशत शेयर हैं।
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