इंसान के जीवन में रंगों का विशेष महत्व होता है, अगर जीवन से इन रंगों को निकाल दिया जाए तो जिंदगी एकदम बेरंग हो जाएगी। हमारी सफलता और असफलता के पीछे भी रंगों का बहुत बड़ा हाथ होता है क्योंकि रंग हमारे अंदर सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
रामायण, महाभारत हैं गवाह : जब भी किसी के सिर पर चढ़ा सत्ता का नशा, उसे भोगनी पड़ी इसकी सजा
हम जिस रंग के वस्त्र पहनते हैं, उसी से हमारे विचार प्रभावित होते हैं। ज्योतिष में विश्वास रखने वाले कुछ लोग तो वार के अनुसार वस्त्र पहनते हैं। वहीं कुछ लोग गुरूवार के दिन पीले वस्त्र पहनते हैं। आखिर क्यों गुरूवार के दिन ही पीले वस्त्र पहने जाते हैं, इसका क्या कारण है आइए जानते हैं इसके बारे में....
बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की अराधना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत पसंद है और अगर कोई व्यक्ति गुरूवार के दिन पीले वस्त्र पहनता है तो उसे भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
आज भी यहां भगवान कृष्ण से रूठकर खड़ी हुई हैं रुक्मणी
ज्योतिषशास्त्र में बृहस्पति को शुभ ग्रह माना जाता है, इसे गुरु ग्रह भी कहा जाता है। इस ग्रह का आकार सभी ग्रहों से बड़ा है। इसी कारण गुरूवार के दिन गुरु की पूजा और पीले रंग का खास महत्व होता है।
हिंदू धर्म में पीले रंग को बहुत शुभ माना जाता है। यह सादगी और निर्मलता का प्रतीक है।
अगर किसी की शादी में विलंब हो रहा है तो उसे बृहस्पतिवार को पीले रंग के कपड़े पहनने शुरू कर देने चाहिए, विवाह के योग बनने शुरू हो जाएंगे।
इन ख़बरों पर भी डालें एक नजर :-
सैलानियों को बहुत लुभाते हैं ये लंबे रेल रूट
गर्मी की छुट्टियों में कूल होने के लिए जाएं इन जगहों पर
विश्व की सबसे सूखी जगह है अटाकामा डेजर्ट का ये स्थान