ढाका। झुग्गियों में रहने वाले बांग्लादेशी बाल श्रमिक सप्ताह में औसतन 64 घंटे काम करते हैं और उनमें से कई दुनिया के शीर्ष ब्रांड के कपड़े तैयार करने के लिए कपड़ा-फैक्ट्रियों में काम करते हैं। लंदन के ओवरसीज डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की नयी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक ढाका की झुग्गियों में रहने वाले छह से 14 साल की उम्र के 15 फीसदी बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं और पूर्णकालिक काम करते हैं।
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बाल श्रम एवं शिक्षा’ नामक यह रिपोर्ट ढाका की झुग्गी बस्ती पर एक सर्वेक्षण है। सर्वेक्षण में पाया गया कि झुग्गी बस्ती की दो तिहाई लड़कियां, जो पूर्णकालिक काम करती हैं, उभरते कपड़ा उद्योग में कार्यरत हैं। इस रिपोर्ट में बांग्लादेश के 30 अरब डालर के कपड़ा विनिर्माण उद्योग को लेकर चिंता प्रकट की गयी है जो भयावह सुरक्षा रिकार्ड के वाबजूद दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में एक है।
एक ऐसे ही अज्ञात कपड़ा फैक्ट्री के प्रबंधक ने शोधकर्ताओं से कहा कि उसे मालूम है कि 11-14 साल के बच्चों से काम नहीं करवाया जाना चाहिए लेकिन वह उनके रोजगार को अवैध नहीं मानता। उसने यह भी माना कि उसके कई कर्मचारियों के पास कोई पहचान पत्र नहीं होता जिससे उनकी उम्र का सत्यापन हो पाए। बांग्लादेश अधिकारियों या उसके प्रभावशाली कपड़ा विनिर्माताओं की तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आयी लेकिन श्रमिक संघ के नेताओं ने कहा कि फैक्ट्रियों में बाल मजदूर व्यापक पैमाने पर हैं।
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