भोपाल। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की ‘राजमाता विजयराजे सिंधिया’ के जीवन पर बनी फिल्म ‘एक थी रानी ऐसी भी’ का ट्रेलर दर्शकों के लिये पेश किया गया। यह फिल्म 21 अप्रैल से देश भर में फिल्मी परदे पर उतरेगी।
फिल्म के निर्देशक गुलबहार सिंह ने बताया, ‘‘यह फिल्म इस दिग्गज नेता के जीवन से जुड़ी वास्तविक घटनाओं की झलक प्रस्तुत करती है। इसमें उनकी जीवनशैली, उनका संघर्ष, जीत, हार, उनके विचार और आज के समय में इसके महत्व को दर्शाया गया है।’’
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सिंह ने बताया कि यह फिल्म गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा द्वारा लिखित किताब ‘राजपथ से लोकपथ पर’ पर आधारित है। उन्होंने बताया कि मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी इस फिल्म में राजमाता सिंधिया का टाइटल रोल निभा रही हैं क्योंकि हेमा के हावभाव राजमाता से काफी मिलता जुलता है।
फिल्म के निर्देशक ने कहा कि फिल्म में उनके जीवन से ज्यादा कुछ अलग से नहीं डाला गया है, हालांकि कुछ ‘सिनेमेटिक लिबट्री’ का इस्तेमाल किया गया है। इस मौके पर मौजूद राजमाता की पुत्री एवं मध्यप्रदेश की खेल मंत्री यशोधाराजे सिंधिया ने भावुक होते हुए कहा, ‘‘अम्मा की जीवनी इतनी महान रूप में पेश होगी सोचा नहीं था। उनकी राजनीति अलग किस्म की थी। वह देश के लिये सोचती थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की आजादी की लड़ाई के वक्त अम्मा ने कीमती व शाही साडिय़ों का त्याग कर खादी की साड़ी पहनने का निश्चय किया। उन्होंने देश की आजादी लाने में अपना सहयोग देने के लिये रोल मॉडल निभाया।’’
यशोधराराजे ने देश में आपातकाल के दौर को याद करते हुए कहा, ‘‘आपातकाल के समय ग्वालियर में मैं अम्मा के पास ही थी। अम्मा ने ग्वालियर में पुलिस को स्वयं फोन कर अपनी गिरफ्तारी के लिये महल में बुलाया था। वह जानती थीं कि जेल में उनके लिए क्या कठिनाईयां आने वाली हैं, लेकिन वह उसके लिये तैयार थीं।’’
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राजमाता की निकट रिश्तेदार एवं मध्यप्रदेश की नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने कहा, ‘‘राजामाता ने 19 माह तक तिहाड़ जेल की कैद में बिताए लेकिन उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं आई थी। कैसी भी परिस्थितियों हों वह अपने को उसमें ढाल लेती थीं।’’
उन्होंने कहा कि उनका सपना था कि उनकी विचारधारा की पार्टी भाजपा का देश में प्रधानमंत्री बनें और अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका सपना पूरा हुआ और उनका निधन जनवरी 2001 में हो गया।
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सिंह ने कहा, ‘‘राजमाता ने पहली दफा किसी राजनीतिक दल में महिला मोर्चे की शुरूआत भाजपा में की थी। उन्होंने ही ‘जागृत नारी, जागृत भारत’ का नारा देकर देश की आधी आबादी के द्वार राजनीति में खोले थे।
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा, ‘‘वह भाजपा की बुनियादी विचारधारा से जुड़ी महान कार्यकर्ता थीं। आज भी हम भाजपा के कार्यकर्ता अपने आसपास उनका आभामंडल महसूस करते हैं तथा उनसे प्रेरणा हासिल करते हैं।’’ फिल्म में सचिन खेड़ेकर और राजेश श्रृंगारपुरे भी अहम भूमिकाओं में हैं।
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