वैसे तो लड़के लड़कियां एक से है , ऐसा कहते है लेकिन अब भी शिक्षको की ओर से लड़कियों को कमतर आंकने की वजह से मैथ्स में लैंगिक फासला बढ़ता है। नए सोध के मुताबिक लड़के प्राइमरी स्कूल में मैथ्स में लड़के लड़कियों से ज्यादा मार्क्स लेकर आ रहे है।
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न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर जोसेफ रॉबिन्सन किम्पियन ने कहा, शैक्षणिक क्षेत्र में बदलावों के बावजूद, हमारे शोध में यह बात सामने आई है कि साल 2010 में प्राथमिक विद्यालयी स्तर के बच्चों में लैंगिक स्तर पर अंतर वही था जो 1998 में इसी स्तर पर बच्चों के बीच था. अध्ययन में अमेरिका के लड़के और लड़कियों के विकासात्मक और शैक्षणिक परिणामों पर नजर रखा गया
जम्मू कश्मीर के स्कूलों के समय में बदलाव के आदेश दिए सरकार ने .
अध्ययन में यह पाया गया कि इस लैंगिक अंतर के लिए छात्रों के प्रति शिक्षकों की धारणा भी जिम्मेदार है. गणित में विषय में प्रदर्शन को लेकर शिक्षक लड़कियों को लड़कों से कम आंकते हैं.
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