बिहार में बहुत सी ऐसी जगह हैं जो देखने लायक हैं। यह एक ऐसा राज्य है जिसने दुनिया को दो धर्म दिए- बौद्ध धर्म और जैन धर्म। यहां आकर पर्यटकों को दो धर्मों का मेल तो देखने को मिलता ही है साथ ही यहां की संस्कृति भी सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। बिहार के कुछ खास स्थान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। चलिए आपको बताते है इन जगहों के बारे में.....
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कंवर लेक बर्ड सेन्चुरी, बेगुसराय :-
कंवरलेक भारत का सबसे बड़ा फ्रशवाटर लेक है। यहां पक्षियों कि लगभग 60 प्रजातियां हैं। यह देखने में बहुत ही खूबसूरत है। इसे देखने के लिए पर्यटक यहां आते हैं।
विश्वशांति स्तूप, राजगीर :-
विश्वशांति स्तूप बिहार का एक बहुत ही नामी ऐतिहासिक स्थल है। भारत में 7 शांति स्तूप है जिसमें से विश्वशांति स्तूप एक है। 1969 में इस स्तूप का निर्माण हुआ था, जिसका मुख्य उद्वेश्य लोगों के बीच शांति और अहिंसा फैलाना था।
गया :-
1865 में गया की स्थापना की गई थी और इसे एक आजाद जिला का दर्जा दिया गया था। गया हिंदू धर्म का हब है और बौद्ध का भी तीर्थस्थल है। यह माना जाता है कि यहां एक पेड़ है जिसके नीचे बैठकर बुद्ध ज्ञान प्राप्त करते थे। गया एक बहुत ही भीड़-भाड़ वाला स्थान है जो फालगु नदी के किनारे बसा हुआ है।
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जलमंदिर, पावापुर :-
यह एक जैन तीर्थ स्थल है, जो बिहार के पावापुरी में स्थित है। यह मंदिर लेक के बिल्कुल बीचों-बीच है और यह कमल के फूलों से भरा हुआ है। यह माना जाता है कि इस मंदिर को नंदीवरधान ने बनवाया है, जो महावीर के बड़े भाई थे। यह मंदिर विमान के आकार में बनवाया गया है।
मुछालिंदा लेक :-
मान्यता है कि एक बहुत बड़े तूफान से शेष नाग ने बुद्ध भगवान को बचाया था, उस समय इस लेक का यह नाम रखा गया था। मुछालिंदा ने बढ़ती लहरों से बुद्ध की रक्षा की थी। यहां आपको एक ऐसी मूर्ति भी देखने को मिलेगी जो यहां के इतिहास को बयां करती है।
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