जयपुर। राजधानी जयपुर में अक्षय तृतीया के अवसर पर मंदिरों और बाजारों में भीड़ नजर आ रही है। जहां सुबह से ही लोग मंदिरों में जाकर भगवान की विशेष पूजा-अर्चना कर रहे हैं, वहीं आज अबूझ सावा होने के कारण लोग बाजारों में शादी की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। अक्षर तृतीया के अवसर पर मंदिरों में भगवान को नए वस्त्र धारण कराए गए हैं और उन्हें चंदन का लेप लगाया गया है। भगवान को ठंडे पकवानों जैसे आम का रस, शीतल पेय अर्पित किए गए हैं। वहीं उन्हें गर्मी के वस्त्र यानि सूती पोशाक धारण कराई गई है।
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बाल विवाह पर कड़ी नजर :-
अक्षय तृतीया पर सबसे ज्यादा बाल विवाह होते हैं, ऐसे में बाल विवाह को रोकने के लिए प्रशासन ने कड़ी तैयारी की है। प्रशासन की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी करने के साथ ही विशेष मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
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बारातों के बीच फंसा नजर आएगा जयपुर
आखा तीज पर राजधानी की सड़को पर निकली बरातें यातायात व्यवस्था को जाम कर देगी। सड़क पर बारात और वाहनों की रेलमपेल के बीच रास्ते में ही वाहन पार्क करने से यातायात पर ब्रेक लग जाएगा। जिन मुख्य सड़कों पर विवाह स्थल हैं, वहां जाम में देर रात तक वाहन चालक फंसे नजर आएंगे। शहर के सभी विवाह स्थल शादी के लिए बुक होने से जाम के हालात शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेंगे। शहर में करीब डेढ़ से दो हजार शादियां होनी हैं। शाम होने के साथ ही सड़कों पर बारात निकाले जाने से रास्ते बंद हो जाएंगे। ऐसे में यातायात की रफ्तार भी धीमी होती नजर आएगी। इसके बाद तो जगह-जगह जाम के हालात बन सकते हैं।
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