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जानी मानी कंपनी आर.के मार्बल ने वैसे तो अपने प्रोडेक्ट के आधार पर मार्केट में एक नया मुकाम हासिल किया है, लेकिन एक बात और है जो आर.के मार्बल और उसके ब्रांड वंडर सीमेंट को खास बनाती है। वो है इनका अपने डीलरों के साथ एक करीबी परिवार की तरह रिश्ता होना।
वैसे तो अक्सर यहीं देखा जाता है कि प्राईवेट सेक्टर में किसी भी कंपनी में कर्मचारी और कंपनी के बीच ऐसे रिश्ते दिखाई नहीं देते और जहां दिखाई देते है वहां कई सारी कमियां पाई जाती है।
लेकिन इसके विपरीत आर.के मार्बल और उसके डीलरों में एक ऐसा रिश्ता बना हुआ है कि वे हमेशा सिर्फ एक दूसरे के बारे में सोचते है और कंपनी और अपने डीलरों को संयुक्त रूप से ऊपर ले जाने की नीति अपनाते है।
डीलर जय लुनिया कहते है कि, वंडर सीमेंट से जुडऩा किसी ऐसे परिवार के साथ जुडऩा है जहां आपकी काफी अहमियत होती है। इसी कारण वंडर सीमेंट के सभी डीलर इस कंपनी को अपने परिवार का एक हिस्सा समझते हैं।
पहले से ही इस्पात और निर्माण सामग्री का काम कर रहे जय लूनिया के लिए यह स्वाभाविक था कि अगला व्यापार सीमेंट का होगा। जय ने करीब डेढ़ साल पहले रतलाम (मध्यप्रदेश) से वंडर सीमेंट के साथ अपनी डीलरशिप शुरू की थी।
हालाँकि जय लूनिया का वंडर सीमेंट के साथ काफी लंबे समय तक संबंध नहीं रहा फिर भी जय ने इतने कम समय में वंडर सीमेंट के लिए काम करके खुद को पेशेवर और निजी तौर पर प्रेरित महसूस किया।
जय लूनिया एक डीलर है लेकिन कंपनी के साथ जय करीबी परिवार जैसा संबंध मानते है। जब जय से उनकी इस यात्रा के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि, वंडर सीमेंट के उत्पाद में डील करके सिर्फ मैं ही खुश नहीं हूं बल्कि वंडर सीमेंट के सभी ग्राहक इसके उत्पाद से बहुत खुश हैं।
जय मानते है कि, मेरे जीवन की नीति बहुत ही आसान है, अगर ग्राहक खुश हैं तो मैं भी खुश हूं। जय लूनिया ने बताया कि जब वह किसी के पास वंडर सीमेंट की डीलरशिप लेने की अनुशंसा करते है तो ऐसा करने के लिए उनके पास कई कारण होते हैं।
वह उत्पाद की गुणवत्ता, आरके मार्बल ग्रुप की विरासत, कंपनी की पारदर्शिता और सेवा के बारे में और इसके साथ कंपनी और ब्रांड से जुड़े अपने अनुभवों को भी शेयर करते हैं।
जय क्रिकेट के भी बहुत बड़े प्रसंशक है उनका कहना है कि दुनिया में ऐसा कोई भी नहीं है जो उनके फेवरेट सचिन तेंदुलकर की जगह ले सकें। लेकिन इन बातों का उनकी डीलरशिप पर कोई असर नहीं पड़ता उनका मकसद सिर्फ ये ही है कि ग्राहक अगर खुश रहेगा तो मैं भी खुश रहूंगा।
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