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खेल डेस्क। तिलक वर्मा (नाबाद 107) की शतकीय पारी के दम पर भारत ने सेंचुरियन में बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 क्रिकेट मैच में 11 रन से रोमांचक जीत दर्ज की। 22 साल के तिलक वर्मा ने 56 गेंदों का सामना करते हुए सात छक्के और आठ चौकों की मदद से अपने अन्तरराष्ट्रीय कॅरियर की सबसे बड़ी पारी खेली।
आज हम आपको भारत को दूसरे टी20 मैच में जीत दिलाने वाले स्टार क्रिकेटर तिलक वर्मा के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। आपकेा बता दें कि तिलक वर्मा के पिता पेशे से इलेक्ट्रीशियन रह चुके हैं। पिता आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर थे। इसी कारण वह अपने बेटे के सपने का साकार नहीं कर सकते थे।
हालांकि बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अपनी प्रतिभा के दम पर इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस की टीम के अहम सदस्य बनने में सफल रहे। यहीं से उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाई। उन्होंने आईपीएल में मुंबई के लिए कई मैच विजयी पारियां खेली।
कोच सलाम बायश ने निखारी तिलक वर्मा की प्रतिभा
तिलक वर्मा ने एक साक्षात्कार में जानकारी दी थी कि कोच सलाम बायश ने उन्हें कोचिंग के अलावा भोजन और जरूरत पडऩे पर अपने घर में रहने के लिए भी जगह दी। पिता नम्बूरी नागराजू उन्हें क्रिकेट अकादमी भेजने की स्थिति में नहीं थे, लेकिन उनके कोच सलाम बायश ने उनके सभी खर्चों को वहन किया। इसी कारण तिलक वर्मा अपनी सफलता का श्रेय कोच सलाम बायश को देते हैं। ये उभरता हुआ खिलाड़ी भारत के लिए 4 वनडे और 19 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुका है। उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 496 रन और वनडे में 68 रन बनाए हैं।
PC: espncricinfo