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अहमदाबाद। गुजरात टाइटन्स के कप्तान हार्दिक पांड्या ने आईपीएल फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के हाथों हारने के बाद मंगलवार को कहा कि वह अपने गुरु और प्रतिद्वंदी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिये बेहद खुश हैं और यह जीत उनकी किस्मत में लिखी थी।
पांड्या ने कहा, “मैं उनके (धोनी) लिये बहुत खुश हूं। नियति ने उनके लिये यही लिखा था।"चेन्नई मंगलवार तड़के वर्षाबाधित फाइनल में 15 ओवरों में 171 के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और उसे अंतिम दो गेंदों पर 10 रन की जरूरत थी। पूरे सीजन निराशाजनक फॉर्म से गुजरने वाले रवींद्र जडेजा ने इन दो गेंदों पर एक छक्का और एक चौका लगाकर चेन्नई को रोमांचक जीत दिला दी।
पिछले साल गुजरात क चैंपियन बनाने वाले पांड्या ने कहा, “अगर मुझे हारना ही था, तो मुझे धोनी से हारने का कोई मलाल नहीं है। अच्छे लोगों के साथ अच्छी चीजें होती हैं और वह उन सबसे अच्छे लोगों में से एक हैं जिन्हें मैं जानता हूं। भगवान दयालु रहा है, भगवान मुझ पर भी दयालु रहा है, लेकिन आज उनकी रात थी।"
धोनी ने अभी तक अगले साल आईपीएल में खेलने से इनकार नहीं किया है लेकिन उनका कहना है कि यह शरीर की स्थिति पर निर्भर करेगा।
पांड्या ने कहा, “हम बहुत सारी योजनाएं बनाते हैं और अपने दिल से खेलते हैं। हम हमेशा एक ऐसी टीम रहे हैं जो एक साथ खड़ी रही और किसी ने हार नहीं मानी। हम एक साथ जीतते हैं और हम एक साथ हारते हैं। मैं बहाने बनाने वालों में से नहीं हूं। चेन्नई ने बेहतर क्रिकेट खेली।"पांड्या ने 21 वर्षीय साईं सुदर्शन की भी तारीफ की, जिन्होंने अपने आतिशी अर्द्धशतक से गुजरात को पहली पारी में 214 रन के स्कोर तक पहुंचाया था।
सुदर्शन भले ही आईपीएल फाइनल में शतक नहीं जड़ सके, लेकिन उन्होंने 47 गेंदों पर आठ चौकों और छह छक्कों के साथ 96 रन बनाकर अपनी टीम को आईपीएल फाइनल के सबसे बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया था।पांड्या ने कहा, “साईं का भी विशेष उल्लेख करना होगा। वह अपने जीवन में चमत्कार करने जा रहा है। मैं इन खिलाड़ियों के लिये वास्तव में खुश हूं। हम उनका समर्थन करते रहे हैं और उनकी सफलता का श्रेय उन्हें ही जाता है। मोहित, शमी, राशिद हर कोई, जिस तरह से उन्होंने अपनी-अपनी भूमिका निभाई। कोचिंग स्टाफ का भी शुक्रिया। मैं उनसे और कुछ नहीं मांग सकता।”
Pc:HindNow