भारत की पूजा ने जीती यूएफसी में पहली फाइट

Samachar Jagat | Tuesday, 11 Jun 2024 11:46:19 AM
India's Pooja won her first fight in UFC

मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश की रहने वाली पूजा तोमर ने एक बड़ा इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपनी पहली UFC (अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप) फाइट जीतकर न केवल अपने देश भारत का नाम रोशन किया बल्कि अपने शहर मुजफ्फरनगर का भी मान बढ़ाया। पूजा की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

बचपन से ही थी फाइटिंग का शौक

पूजा तोमर का जन्म मुजफ्फरनगर में हुआ था। बचपन से ही उन्हें मार्शल आर्ट्स और फाइटिंग का शौक था। उनके पिता एक किसान हैं और माता गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद, पूजा ने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों की ओर बढ़ती रहीं। उन्होंने बचपन से ही अपने गांव में कुश्ती और किकबॉक्सिंग की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी।

कठिनाइयों से भरा सफर

पूजा का सफर आसान नहीं था। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में कई कठिनाइयों का सामना किया। न केवल उन्हें समाज की रूढ़िवादी सोच से लड़ना पड़ा, बल्कि आर्थिक तंगी भी एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन पूजा ने हर मुश्किल को अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से पार किया। उनके कोच और परिवार ने भी उन्हें इस सफर में भरपूर सहयोग दिया।

यूएफसी में एंट्री

पूजा की मेहनत और संघर्ष ने उन्हें यूएफसी तक पहुंचाया। यूएफसी में एंट्री पाना किसी भी फाइटर के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। यह एक ऐसा मंच है जहां दुनिया भर के बेहतरीन फाइटर्स अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। पूजा की इस उपलब्धि ने उन्हें रातोंरात सुर्खियों में ला दिया।

पहली फाइट और शानदार जीत

यूएफसी में पूजा की पहली फाइट काफी रोमांचक थी। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को शानदार तरीके से मात दी। फाइट के दौरान उन्होंने अपनी कुशलता, शक्ति और रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनके हर एक मूव से यह साफ था कि उन्होंने इस फाइट के लिए कितनी मेहनत की है। फाइट के बाद पूजा ने कहा, "यह जीत मेरे देश और मेरे परिवार के नाम है। मुझे गर्व है कि मैं भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हूँ।"

 देशभर से मिल रही बधाइयाँ

पूजा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद उन्हें देशभर से बधाइयाँ मिल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें ट्विटर पर बधाई देते हुए कहा, " पूजा तोमर ने अपनी मेहनत और लगन से साबित कर दिया कि भारतीय महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। उनकी यह जीत हम सबके लिए प्रेरणा है।"

 भविष्य की योजनाएँ

पूजा का कहना है कि यह तो बस शुरुआत है। उनकी मंजिल अभी बहुत दूर है। वह आगे भी इसी तरह मेहनत करती रहेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी। पूजा चाहती हैं कि उनकी सफलता से प्रेरित होकर और भी लड़कियां इस क्षेत्र में आएं और देश का नाम ऊंचा करें।

पूजा तोमर की यह जीत निश्चित रूप से भारतीय खेल जगत के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत और अटूट विश्वास की कहानी है, जो हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मुजफ्फरनगर की इस बेटी ने सचमुच साबित कर दिया है कि अगर इरादे पक्के हों तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती।

PS CREDIT UFC



 


Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.