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पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने शुक्रवार को भारत के मुख्य कोच बनने की संभावनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि वह "इतना आगे नहीं देखते"। गंभीर भारतीय वाणिज्य मंडल (आईसीसी) के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति के साथ एक वर्चुअल साक्षात्कार में भाग लिया था और उन्हें व्यापक रूप से मौजूदा टी20 विश्व कप के बाद राहुल द्रविड़ के कार्यकाल समाप्त होने के बाद भारत के अगले मुख्य कोच के रूप में देखा जा रहा है।
हालांकि, गंभीर, जिन्होंने हाल ही में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के तीसरे आईपीएल खिताब जीतने में टीम के सलाहकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, ने अपनी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर चुप्पी साधी रखी।
गंभीर ने कहा, "मैं इतना आगे नहीं देखता। आप मुझे ग्रिल कर रहे हैं, मुझसे सभी कठिन प्रश्न पूछ रहे हैं। यह अभी उत्तर देना कठिन है। मैं केवल यह कह सकता हूं कि मैं यहां खुश हूं, बस एक शानदार यात्रा समाप्त की है और चलिए इसका आनंद लेते हैं। मैं अभी बहुत खुश स्थान में हूं।"
गंभीर ने कहा कि उनकी कोचिंग फिलॉसफी टीम को व्यक्तियों से आगे रखने पर आधारित है। उन्होंने कहा, "अगर आपके पास अपनी टीम को किसी भी व्यक्ति से आगे रखने का इरादा है, तो चीजें अपने आप ठीक हो जाएंगी। अगर आज नहीं, तो कल, अगर कल नहीं, तो किसी दिन यह सही हो जाएगा।"
गंभीर का यह बयान उनके भविष्य के कोचिंग करियर के बारे में चल रही अटकलों के बीच आया है। भारतीय क्रिकेट के प्रमुख पद के लिए उनके नाम पर चर्चा हो रही है और फैंस के बीच इस बात की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि, गंभीर ने स्पष्ट किया कि अभी इस बारे में कुछ भी निश्चित नहीं है और उन्होंने वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत दिया।
उन्होंने कहा, "अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। मेरे लिए अभी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं जहां हूं वहां खुश हूं और मैंने जो हासिल किया है उस पर गर्व है।"
गंभीर का मानना है कि कोचिंग में सफल होने के लिए टीम को प्राथमिकता देना आवश्यक है। उन्होंने कहा, "कोचिंग में सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी टीम को हमेशा सबसे पहले रखें। जब आप ऐसा करते हैं, तो खिलाड़ी आपके साथ होंगे और टीम के सभी सदस्य मिलकर एक साझा लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे।"
गंभीर का कोचिंग करियर अब तक सफल रहा है। उन्होंने केकेआर के साथ अपने कार्यकाल के दौरान टीम को कई उपलब्धियां दिलाई हैं और उनकी रणनीतियों ने टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। भारतीय टीम के कोच के रूप में उनकी संभावित नियुक्ति से फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच बड़ी उम्मीदें हैं।
इस समय भारतीय क्रिकेट में एक नई दिशा की आवश्यकता है और गंभीर की कोचिंग फिलॉसफी और नेतृत्व कौशल इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि, गंभीर ने संकेत दिया है कि वह वर्तमान में अपने करियर के इस चरण में खुश हैं और उन्होंने अपने भविष्य के बारे में कोई ठोस बयान नहीं दिया है।
गंभीर का यह बयान उनके समर्थकों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि वह अपने भविष्य के निर्णयों के बारे में सतर्क हैं और किसी भी निर्णय को जल्दबाजी में नहीं लेना चाहते। उनके इस दृष्टिकोण से यह स्पष्ट होता है कि वह किसी भी भूमिका को निभाने से पहले सभी पहलुओं पर विचार करना चाहते हैं।
भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या गौतम गंभीर कोच के रूप में एक नई शुरुआत करेंगे और कैसे उनकी कोचिंग फिलॉसफी टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगी। फिलहाल, गंभीर ने अपने समर्थकों और फैंस को यह संदेश दिया है कि वह वर्तमान में खुश हैं और किसी भी निर्णय को जल्दबाजी में नहीं लेना चाहते।
PC- HINDUSTAN TIMES
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