'मेरी वर्दी पहनकर घूमता था, मुझे खुशी है कि देश के लिए...' शहीद कैप्टन बृजेश थापा के पिता ने इस तरह किया अपने बेटे को याद

Samachar Jagat | Wednesday, 17 Jul 2024 09:28:26 AM
'Will Salute His Coffin': Braveheart Brijesh Thapa's Father Says Son Always Wanted To Join Army

pc:news18

डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) भुवनेश थापा ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। सेवानिवृत्त कर्नल ने यह भी कहा कि जब उनका ताबूत उनके गृहनगर दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल पहुंचेगा तो वे एक सैनिक की तरह उसे सलामी देंगे।

न्यूज18 से बात करते हुए कर्नल (सेवानिवृत्त) थापा ने कहा, "जब मुझे बताया गया कि वह नहीं रहे तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। वह मार्च में घर आए और केवल 15 दिन ही रुके। हालांकि मुझे दुख है, लेकिन मुझे अपने बेटे पर गर्व है कि उसने भारत माता के लिए अपनी जान दे दी। मुझे उस पर गर्व है। मैं उसे ऐसे ही याद रखूंगा। कल जब उसका पार्थिव शरीर आएगा, तो मैं उसे एक सैनिक की तरह सलामी दूंगा।"

कैप्टन बृजेश का लालन-पालन रक्षा माहौल में हुआ क्योंकि उनके पिता सेना में थे। कर्नल (सेवानिवृत्त) भुवनेश ने आगे कहा कि उनका बेटा हमेशा भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था। "वह बचपन में मेरी सेना की वर्दी पहनकर घूमता था। इंजीनियरिंग करने के बाद भी वह सेना में जाना चाहता था। दुख की बात यह है कि हम उससे दोबारा नहीं मिल पाएंगे, अन्यथा मुझे खुशी है कि उसने अपने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।'' 

बेटे की मौत की खबर आने के बाद से ही उसकी मां नीलिमा थापा गमगीन हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। कैप्टन ने रविवार को अपनी मां से कहा था कि उसे ऑपरेशन के लिए पहाड़ियों पर जाना है और तब उसने उसे अपना ख्याल रखने के लिए आगाह किया था। कैप्टन और उसके परिवार के बीच यह आखिरी बातचीत थी।'' 

उन्होंने कहा- ''वह हमारे पास वापस नहीं आएगा। रात 11 बजे हमें खबर मिली। वह बहुत अच्छा लड़का था। वह हमेशा सेना में शामिल होना चाहता था। हम उसे बताते थे कि सेना में जीवन कठिन है। मुझे अपने बेटे पर बहुत गर्व है, जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।'' 

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और एक्स पर एक पोस्ट में कहा- ''यह जानकर दुख हुआ कि दार्जिलिंग के एक युवा सेना अधिकारी बृजेश थापा ने जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी। मेरी हार्दिक संवेदना।" 

दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्टा ने भी कैप्टन की मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा, "आज पूरा दार्जिलिंग कैप्टन बृजेश के लिए शोक मना रहा है। हमें अपने गोरखा भाई पर गर्व है। मैं परिवार के साथ हूं। हमारे गोरखा भाई ने फिर से देश के लिए अपना खून दिया है।"

जानकारी के अनुसार, कैप्टन थापा का पार्थिव शरीर कल उनके गृहनगर दार्जिलिंग लाया जाएगा। उनके परिवार में उनकी बड़ी बहन, माता, पिता और दादी हैं।

कैप्टन थापा, तीन अन्य सुरक्षाकर्मियों के साथ सोमवार शाम देसा वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद कार्रवाई में मारे गए। कार्रवाई में मारे गए सैनिकों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी. राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई।

सोमवार रात को, विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा में एक संयुक्त अभियान चलाया। इस बीच, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर उन्हें डोडा मुठभेड़ के बारे में जानकारी दी।

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