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इंटरनेट डेस्क। केरल के वायनाड में मंगलवार हुए प्राकृतिक हादसे में अभी तक 151 लोग अपनी जा गंवा चुके हैं। भूस्खलन की वजह से वायनाड में काफी ज्यादा तबाही मची है। अभी भी यहां के कई लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव का कार्य जारी है। अब भी यहां पर फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। हालांकि यहां पर अभी भी तबाही का खतरा बना हुआ है। यहां पर मौसम विभाग की ओर से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की ओर से केरल के पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिले में भारी बारिश होने की आशंका जताई है। यहां पर फिर से हादसा हो सकता है।
सभी स्कूल कॉलेज बंद रखने का आदेश
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने की लगातार वायनाड के हालातों पर नजर है। आपदा और लगातार बारिश के अलर्ट को देखते हुए आज सभी स्कूल कॉलेज बंद रखने का आदेश जारी हुआ है। प्रदेश के कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, इडुक्की, एर्नाकुलम, अलाप्पुझा और पथानामथिट्टा में भी छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
ये है वायनाड में बड़े हादसे का कारण
वायनाड में भूस्खलन होने का कारण का भी खुलासा होगा है। जलवायु वैज्ञानिकों ने इस कारण कारण घटते हुए जंगल, लगातार हो रहे निर्माण और कम वृक्षारोपण होने को माना है। इसी कारण कारण यहां पर बारिश से ज्यादा प्रभाव बढ़ गया है। जलवायु वैज्ञानिक एम राजीवन ने बताया कि पश्चिमी क्षेत्र पर कभी घने जंगल थे, जो बारिश के दौरान मिट्टी को जोड़े रखते थे।
PC: ndtv
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