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pc: abplive
कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकवादी घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और खासकर पाकिस्तानी नेताओं के ट्वीट का जवाब देने के दौरान आतंकवादी हमलों पर मोदी की चुप्पी की आलोचना की। खेड़ा ने सवाल किया कि मोदी के पास पाकिस्तानी नेताओं को ट्वीट करने का समय है, लेकिन भारत में आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के लिए सहानुभूति का एक शब्द भी नहीं बोल सकते।
हाल की घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए खेड़ा ने रियासी जिले में हुए हमलों की ओर इशारा किया, जिसमें आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाए गए निर्दोष तीर्थयात्रियों सहित नौ लोगों की जान चली गई। उन्होंने कठुआ में हुए एक अन्य हमले का भी जिक्र किया, जिसमें एक नागरिक घायल हो गया। खेड़ा ने कश्मीर में शांति और विकास लाने के दावों के बावजूद क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद से निपटने में भाजपा सरकार की विफलता की आलोचना की।
कांग्रेस की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस बात पर जोर दिया गया कि जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही थी और कई गणमान्य व्यक्ति देश का दौरा कर रहे थे, उसी समय भारत को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक भयानक और वीभत्स आतंकवादी हमला झेलना पड़ा। इस हमले में नौ लोगों की जान चली गई और कम से कम 33 लोग घायल हो गए। आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर गोलीबारी की, जिसमें मासूम बच्चों पर भी कोई दया नहीं दिखाई गई। पीड़ितों को स्वयंभू "सर्वोच्च नेता" प्रधानमंत्री की ओर से सहानुभूति का एक शब्द भी नहीं । क्यों?
इसके बाद कठुआ में एक और आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक नागरिक घायल हो गया। 11 जून को जम्मू के डोडा के छत्रकला इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें छह सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक घायल हो गया। अधिकारियों के मुताबिक, भद्रवाह-पठानकोट के साथ छत्तरगला इलाके में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस द्वारा संचालित एक संयुक्त चेक पोस्ट पर आतंकियों ने गोलीबारी की। पिछले तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में तेजी आई है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तानी नेताओं - नवाज शरीफ और पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ के बधाई ट्वीट्स का जवाब देने में व्यस्त हैं। उन्होंने इन क्रूर आतंकी हमलों पर एक भी शब्द क्यों नहीं कहा? उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है?
कांग्रेस के बयान में कश्मीर के प्रति भाजपा के दृष्टिकोण की और आलोचना की गई, जिसमें क्षेत्र में चुनाव लड़ने की उनकी अनिच्छा को उनकी विफल नीतियों के सबूत के रूप में उजागर किया गया। पार्टी ने तर्क दिया कि भाजपा की "नया कश्मीर" नीति खासकर आतंकवादी गतिविधियों में हाल ही में हुई वृद्धि के मद्देनजर विफल साबित हुई है ।
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