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इंटरनेट डेस्क। देश के तीन राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए और उसके साथ ही तीनों राज्यों में भाजपा ने सरकार बना ली। कांग्रेस की हार हुई तो पार्टी ने दो राज्यों में प्रदेशाध्यक्ष बदल दिए। लेकिन राजस्थान एक ऐसा राज्य रहा जहां कांग्रेस की हार के बाद भी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को नहीं बदला गया।
इधर अब गोविंद सिंह डोटासरा को एक नया जीवनदान भी मिल गया है और वो ये की चुनावों के एक महीने बाद ही प्रदेश में उपचुनाव हो गए और उसमें डोटासरा के प्रदेशाध्यक्ष रहते पार्टी को जीत भी मिल गई। ऐसे में राजस्थान में श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कांग्रेस की जीत ने डोटासरा के लिए बन रहे कई समीकरण बदल दिए हैं।
बता दें की डोटासरा के लिए करणपुर की जीत काफी अहम मानी जा रही है। इस जीत से उनको राजनीतिक जीवनदान मिल गया है। दरअसल विधानसभा चुनावों में हार के बाद से डोटासरा को पीसीसी चीफ की कुर्सी के हटाने की चर्चाएं तेज थी। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफे के बाद इन बातों को और जोर मिल रहा था। लेकिन अब इस जीत के बाद डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाना मुश्किल लग रहा है।
pc- amar ujala
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