- SHARE
-
इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में टिकट घोषणा से पहले कांग्रेस में पायलट गुट ने सीएम गहलोत के सामने अपना तुरूप का इक्का चल दिया है और सीएम के पास इसकी कोई काट नहीं है। ये इक्का है पायलट के खास माने जाने वाले वो तीन विधायक जिन्होंने उम्र का हवाला देकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। साथ ही आलाकमान की नजर में यह साबित कर दिया है की उन्होंने युवाओं के लिए सीट खाली कर दी है।
ऐसे में अब पायलट और गहलोत के बीच में जंग नए अंदाज में शुरू हो गई है। पायलट कैंप के सीनियर विधायकों ने चुनाव न लड़ने का ऐलान कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने चुनाव से पहले नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। पायलट कैंप के सीनियर विधायकों के मना करने के बाद उम्रदराज गहलोत और उनके उनके समर्थक मंत्रियों के सामने ये नई चुनौती आ गई है।
आपको बता दें की पायलट गुट के विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, विधायक भरत सिंह और हेमाराम ने भी चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। इससे पहले भरत सिंह ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सलाह दी थी कि वे भी कुर्सी का मोह छोड़ दे और युवाओं को मौका दें। वहीं बीजेपी ने तंज कसा है कि सरकार ने काम नहीं किया इसलिए जनता के बीच किस मुंह से जाए। इस डर से कांग्रेस नेता चुनाव से पीछे हट रहे हैं।
pc- zee news