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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान कांग्रेस में मची उथल पुथल को रोकने का काम अब एक दिन बाद शुरू हो जाएगा और उसका कारण यह है की कर्नाटक में शनिवार को सीएम पद की शपथ हो जाएगी और उसके बाद आलाकमान का सारा फोकस राजस्थान पर आ जाएगा। ऐसा इसलिए भी है की आने वाले छह महीने में यहां विधानसभा चुनाव भी है।
ऐसे में पार्टी आलाकमान पायलट और गहलोत के बीच जारी जंग को जल्द से जल्द खत्म करना चाहती है ताकी पार्टी को चुनावों में किसी तरह का कोई नुकसान ना हो। पायलट नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए बगावती तेवर अपना चुके हैं। कांग्रेस आलाकमान के समझाने के बाद भी पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए है।
पायलट ने सरकार के सामने तीन मांगे रखी है, मांगे नहीं माने जाने पर 15 दिन बाद पायलट प्रदेशभर में आंदोलन करने का ऐलान कर चुके हैं। पायलट के इस ऐलान के बाद पार्टी अब इसका तोड़ ढूंढने में लगी है। जानकारी के अनुसार सचिन पायलट के तेवर के बाद प्रदेश कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों, विधायकों और मंत्रियों से फीडबैक ले रही है।