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कोटा। राजस्थान में कोटा के जिला कलक्टर ओ पी बुनकर ने कहा कि शहर में स्थित वेटलैंड रायपुरा, कोटरी, सूरसागर के प्रस्ताव सरकार को भिजवाया जा चुके हैं।विश्व पर्यावरण दिवस पर सोमवार को आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए श्री बुनकर ने पर्यावरण संरक्षण पर जनजागरण पर जोर देते हुये कहा कि धार्मिक उत्सवों के आयोजन के समय जलस्त्रोतों को प्रदूषण से बचाने के लिए जागरूक नागरिकों को स्वयं के स्तर पर पहल करने एवं प्लास्टिक उपयोग रोकने के लिए जागरूकता के लिए अभियान चलाने की बात कही।
संगोष्ठी में राज्य वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य और कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण यह है कि तालाबों सहित अन्य जल स्त्रोतों की रक्षा की जाए। श्री सिंह ने कहा कि वन्य-जीव और पेड़ पौधों को बचाकर ही पर्यावरण का संरक्षण किया जा सकता है और पर्यावरण संरक्षण के लिए यह आवश्यक है कि जल स्त्रोत इसकी रक्षा की जाए और इसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि तालाबों सहित अन्य जल स्त्रोतों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन सजगता से प्रयास करें।
उल्लेखनीय है कि कोटा शहर की आबादी क्षेत्र में स्थित कोटड़ी-छावनी,रायपुरा,सूरसागर तालाब बड़ी तेजी से अतिक्रमण के शिकार हो रहे हैं और इनके बड़े हिस्से पर अतिक्रमण हो चुका है। कोटा शहर के तालाब कुछ तालाब तो अपना अस्तित्व तक खो चुके हैं जिनमें रियासतकाल में बनाये गये कई ऐतिहासिक तालाब भी शामिल है। कुछ का तो अब नामोनिशान भी नहीं बचा है।
Pc:Dainik Bhaskar