- SHARE
-
इंटरनेट डेस्क। राजस्थान विधान सभा चुनाव में अब मात्र गिनती का समय बचा है। इसी के साथ इस साल राजस्थान के आलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम में भी विधान सभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा के लिए राजस्थान को जीतना नाक का सवाल भी बन गया है। मोदी खुद इस बार राजस्थान के चुनावों में नेतृत्व कर रहे है।
वो किसी स्थानीय चेहरे को मौका नहीं दे रहे है और यहां राजस्थान में सबकी पसंद वसुंधरा राजे है। लेकिन बीजेपी जिस अंदाज़ में चुनावी रणनीति को आगे बढ़ा रही है, उससे लगता है कि वो वसुंधरा राजे युग से बाहर निकलना चाहती है। ऐसे में लग रहा है की बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इस बार प्रदेश में सरकार बनने पर किसी दूसरे नेता को मौका देना चाह रहा है।
ऐसे में सोमवार को जयपुर में हुई पीएम मोदी की सभा में भी कुछ ऐसी संकेत मिलते दिखे जिससे यह लग रहा है की मोदी इस बार राजे को मौका नहीं देने वाले है। सबसे बड़ी बात यह रही की सभा में वसुंधरा राजे को बोलने का मौका नहीं मिला और ना हीं उनके नाम की घोषणा हुई। ऐसे में भाजपा को और पीएम मोदी को राजे की अनदेखी भारी भी पड़ सकती है।
pc- aaj tak