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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है, 25 नवंबर को वोटिंग होने जा रही है और उसके पहले भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र में भले ही पार्टी ने कई वादे किए हो लेकिन जिस वादे के आधार पर कांग्रेस मैदान में है वो ही भाजपा ने छोड़ दिया और वो है ओपीएस। इसके लिए दिल्ली में भी कई राज्यों के कर्मचारी महापड़ाव कर चुके है।
वैसे बता दें की इस समय कई राज्य ओपीएस को लेकर घोषणा कर चुके है। लेकिन भाजपा शाषित राज्यों में इसकी घोषणा नहीं हुई है। इधर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है तो ओपीएस पहले से ही लागू है। ऐसे में भाजपा ने घोषणा पत्र में यह भी नहीं दोहराया की सरकार बनने पर इसे जारी रखेंगे या नहीं। भाजपा ने घोषणा पत्र में गहलोत सरकार की लोकलुभावन योजनाओं की काट के तौर पर कई वादे किए गए हैं।
चुनावी मुद्दा बनी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को पूरा करने का वादा किया गया है। इसके साथ ही कई ऐसी वादे भी घोषणा पत्र में शामिल किए गए है जो गहलोत सरकार अभी योजनाओं में चला भी रही है। साथ ही 2018 में की गई कई घोषणाओं को भी इसमें शामिल किया गया है।
PC- india.com