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इंटरनेट डेस्क। कांग्रेस की टिकटों के वितरण से पहले दिल्ली में बड़ी बैठक होने जा रही है। इसकों लेकर सीएम गहलोत भी दिल्ली पहुंच गए है। लेकिन जाने से पहले उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने जाते जाते एक बार फिर पायलट कैंप पर तंज कसा साथ ही उन्होंने अपने विधायकों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों का भी बचाव किया।
मीडिया से बातचीत में एक बार फिर से गहलोत ने राज्य सरकार पर 2020 में आए संकट को याद किया और कहा की यदि विधायक भ्रष्ट होते तो 10-10 करोड़ रुपए मिल रहे थे, क्यों नहीं लिए। आरोप लगाना किसी पर भी आसान होता है। उस वक्त राज्यपाल ने विधानसभा बुलाने का समय दिया तो विधायकों की रेट बढ़कर 10, 20 और 40 करोड़ तक पहुंच गई।
उन्होंने बिना नाम लिए कहा की उन्हें कुछ ही विधायकों की जरूरत थी। विधायकों की कुछ शिकायतें हो सकती हैं, लेकिन सभी भ्रष्ट नहीं होते। उन्होंने कहा कि उस समय जिन्होंने 30-35 करोड़ तक लिए उन्हें कोई नहीं देख रहा। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री अमितशाह, धर्मेन्द्र प्रधान और गजेन्द्र सिंह शेखावत पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट की तरह राजस्थान की सरकार गिराने की कोशिश की। इन्हें प्रधानमंत्री का क्या आशिर्वाद प्राप्त था, वो पता नहीं।
pc- abp news