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BY HARSHUL YADAV
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के कुछ शिक्षकों के पहनावे को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर शिक्षकों के एक संघ ने कड़ी आपत्ति जताई है। राजस्थान पंचायती राज शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से हस्तक्षेप की मांग की है।
बुधवार को नीम का थाना के नरसिंहपुरी गांव में एक उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूल की इमारत का उद्घाटन करते हुए दिलावर ने कहा, “मैंने कई शिक्षिकाओं को देखा है जो अनुपयुक्त कपड़े पहनती हैं और पूरा शरीर दिखाते हुए स्कूल जाती हैं। इससे बच्चों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता। उन्हें समझना चाहिए कि वे शिक्षिका हैं और ठीक से कपड़े पहनने चाहिए।”
दिलावर ने यह भी दावा किया कि कई शिक्षक स्कूल में शराब पीकर आते हैं। “जो लोग ऐसे कार्य करते हैं, वे शिक्षक नहीं, बच्चों के दुश्मन हैं। उन्हें शिक्षक कहना पाप है,” उन्होंने कहा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि कुछ शिक्षक पूजा या नमाज के लिए स्कूल से छुट्टी लेते हैं। “कुछ शिक्षक स्कूल छोड़कर कहते हैं, ‘सर, मुझे भैरूजी के मंदिर में पूजा करनी है... या मुझे नमाज अदा करनी है। क्या इन्हें पूजा-पाठ या नमाज करने के लिए सैलरी मिल रही है? ... यह अपने घर पर करें और स्कूल का समय बर्बाद न करें,” दिलावर ने कहा।
दिलावर के इन टिप्पणियों के विरोध में राजस्थान पंचायती राज शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से कार्रवाई की मांग की। संघ के प्रवक्ता नारायण सिसोदिया ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से निवेदन करता हूं कि इस बयान के खिलाफ कार्रवाई करें। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो राजस्थान शिक्षा विभाग का जो सम्मान है, वह भी चला जाएगा।”
राजस्थान कांग्रेस ने भी दिलावर की टिप्पणियों की निंदा की है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक खाते पर पोस्ट करते हुए कहा गया, “शिक्षा मंत्री की आदत बन गई है शिक्षकों का अपमान करना, उन्हें बदनाम करना और अनियंत्रित टिप्पणियां करना। यह मानसिक रूप से बर्बाद शिक्षा मंत्री को माफी मांगनी चाहिए, वरना मुख्यमंत्री को उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त करना चाहिए।”
PC - AAJ TAK