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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में 16वीं विधानसभा का सत्र शुरू हो चुका है और उसके साथ ही राज्यपाल ने अपना अभिभाषण भी दिया है, लेकिन इस भाषण के बाद अब भाजपा और कांग्रेस आमने सामने हो चुकी है। बता दें की राज्यपाल के अभिभाषण में पूर्ववर्ती सरकार पर भ्रष्टाचार से जुड़ी कई टिप्पणियां थी।
इसके साथ ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बीच चली सियासी जंग का भी जिक्र किया गया था। इस अभिभाषण के बाद बीजेपी और कांग्रेस के नेता आमने सामने हो गए। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस अभिभाषण को दिल्ली से लिखकर आया पर्चा करार दिया।
उधर भाजपा नेताओं ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण में पूर्ववर्ती सरकार के कारनामों का सच्चाई बयां कर रहा है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्यपाल ने संवैधानिक परम्पराओं और अपने पद का मान-सम्मान नहीं रखा। दिल्ली से पर्ची सरकार के लिए जो छपकर आया। राज्यपाल ने उसे पढ़ दिया। डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में पर्ची से मुख्यमंत्री बने हैं, उनका कोई विजन नहीं हैं। अभिभाषण दिल्ली से छपकर 18 जनवरी को जयपुर आया। उस पर कैबिनेट का ठप्पा लगाया गया और बाद में राज्यपाल से पढ़वा दिया।
pc- abp news
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