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इंटरेनट डेस्क। कर्नाट में विधानसभा चुनावों में भाजपा को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है और वो भी ऐसे समय में जब तीन राज्यों में अगले छह महीने में चुनाव होने है। कर्नाटक में मिली हार का अनुमान शायद ही भाजपा ने लगाया हो, लेकिन अब इस हार के बाद भाजपा राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में जरूर कुछ बदलाव करेगी।
वैसे राजस्थान में भाजपा का जो सबसे बड़ा चेहरा है वो है वसुंधरा राजे। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ समय से राजे से भले ही दूरी बना ली हो लेकिन कर्नाटक की हार ने एक बार फिर से केंद्रीय नेतृत्व को वुसंधरा राजे के बारे में सोचने को मजूबर कर दिया है। सूत्रों की माने तो कुछ ही दिनों में वसुंधरा राजे का राजस्थान में कद बढ़ाया जा सकता है।
वैसे वसुंधरा राजे भी चुनावों के नजदीक आते ही एक्टिव भी हो गई है और प्रदेश का लगातार दौरा कर रही है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व को एक बार फिर सोचने के लिए मजबूर होना पड़ा है की नए चेहरों को सामने लाकर सीनियर लीडरशिप को दरकिनार नहीं किया जा सकता है।
pc- hindi.theprint.in