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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में 6 महीने का समय बचा है और सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी अपनी तैयारी में जुट गई है। एक तरफ कांग्रेस और भाजपा अपनी आपसी लड़ाई में उलझी हुई है तो वहीं प्रदेश में तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। ऐसे में अगर ये तीसरा मोर्चा राजस्थान में खड़ा हो जाता है तो कांग्रेस और भाजपा की फूट का फायदा ये उठा सकता है।
अब आपकों बता दें की कांग्रेस के विधायक सचिन पायलट पिछले चुनावों से ही सीएम अशोक गहलोत से नाराज है और वो ये की उन्हें मुख्यंत्री बनना है और अशोह गहलोत है की उन्हें बनने नहीं दे रहे है। हाल ही में पायलट ने पार्टी और सीएम के खिलाफ जाकर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर धरना और अनशन किया था। ऐसे में उन्हें दिल्ली तलब किया गया है। अगर वहां से अब भी उन्हें कुछ नहीं मिलता है तो वो अब नया कदम उठा सकते है।
ऐसे में जानकार सूत्रों की माने तो आम आदमी पार्टी में जा सकते है या फिर आरएलपी के प्रमुख बेनीवाल से हाथ मिला सकते है। ऐसे में ये तीसरा मोर्चा राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही मुसीबत का काम करेगा।