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इंटरनेट डेस्क। जून का महीना चल रहा है जो राजस्थान कांग्रेस के लिए थोड़ा भारी भी पड़ सकता है और उसका कारण यह है। इस महीने की 11 तारीख यानी के 11 जून को सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि है और उस दिन हो सकता है पायलट कोई बड़ा कदम उठा ले और कोई बड़ा फैसला ले ले।
इसका कारण यह है की पांच महीने के बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव है और उनके पास पार्टी में कोई पद भी नहीं है और उनके गुट के लोग चाहते है की पार्टी में उन्हें कोई बड़ा पद दिया जाए। वहीं पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच पिछले साढ़े तीन सालों से मामला गरम है और पायलट गहलोत की सरकार के खिलाफ जन संघर्ष पद यात्रा भी निकाल चुके है।
ऐसे में हाल ही में दिल्ली में इन दोनों नेताओं को बुलाकर एक बैठक भी करवाई गई है। लेकिन उसका कोई परिणाम सामने नहीं आया है। ऐसे में हो सकता है पायलट का धेर्य जवाब दे जाए और वो कोई बड़ा कदम उठा ले, नई पार्टी की घोषणा, कर दे या फिर किसी पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर दे। वहीं प्रदेश के प्रभारी रंधावा भरी मंगलवार शाम को जयपुर पहुंच चुके है और वे मुख्यमंत्री गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा और अन्य नेताओं के साथ बैठक भी करने जा रहे है।
pc- m.rediff.com