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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में छह महीने का समय बचा है और उसके पहले सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक मोर्चा खोल दिया है। जिसके बाद अब नए नए कयास लगाए जा रहे है। हाल ही में दो दिन पूर्व आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने सचिन पायलट को ऑफर दिया था और कहा था की पायलट अगर अलग पार्टी बनाते है तो वो उनका साथ देने को तैयार है।
ऐसे में सचिन पायलट भी पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी के सीएम और सरकार के खिलाफ कई जगहों पर आवाज उठा चुके है। इस बार भी उन्होंने अपनी ही पार्टी के सीएम और सरकार के खिलाफ धरने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब ये सोचा जा रहा है की अगर पायलट सरकार के खिलाफ धरना दे रहे है तो वो आगे क्या करेंगे। लोग तो यह भी कयास लगा रहे है की पायलट शायद नई पार्टी के गठन का ऐलान कर सकते है और गठबंधन की और भी जा सकते है।
ऐसे में अब ये कयास लग रहे है की सचिन पायलट शायद अब आर पार के मूड में हालांकि कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने उनके इस धरने के खिलाफ संज्ञान भी लिया है। बताया जा रहा है की प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह ने कहा है की पायलट का इस तरह संवादाता सम्मेलन करना सही नहीं है।