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इंटरनेट डेस्क। बिहार राज्य में करवाई गई जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सामने आ चुकी है और इसके बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आना भी शुरू हो गई है। इधर पीएम मोदी ने भी सोमवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर से किसी पार्टी या नेता का नाम लिए बिना कहा कि सत्ता में रहते हुए वे विकास सुनिश्चित नहीं कर पाए। उन्होंने गरीबों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।
प्रधानमंत्री ने यहां विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा की वे तब भी गरीबों की भावनाओं के साथ खेलते थे और आज भी वे खेल रहे हैं। उन्होंने पहले भी देश को जाति के नाम पर बांटा और आज भी वे देश को जाति के नाम पर बांट रहे हैं। पहले तो वे सिर्फ भ्रष्टाचारी थे लेकिन आज तो वे अधिक भ्रष्टाचारी हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने जाति के नाम पर देश के विभाजन के प्रयासों को पाप बताया है। बता दें, दो दिन पहले राहुल गांधी ने कहा था कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो ओबीसी की सटीक जनसंख्या जानने के लिए जातिगत आरक्षण कराएंगे। वहीं बिहार सरकार द्वारा रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग की आबादी है। राज्य कुल 63 फीसदी आबादी इस वर्ग से आती है। इनमें 27 फीसदी आबादी पिछड़ा वर्ग के लोगों की है जबकि 36 फीसदी से ज्यादा अति पिछड़ी जातियों की आबादी है। वहीं राज्य में अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या सबसे कम 21,99,361 है।
pc- abp news