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इंटरनेट डेस्क। केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इस सत्र के बुलाने के साथ ही विपक्ष को थोड़ी टेंशन बढ़ गई है और उसका कारण यह है की एजेंडा तय नहीं हुआ है। ऐसे में विपक्ष अलग अलग तरह के कयास लगा रहा है। बता दें की इस विशेष सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया पर बताया अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहा हूं। इससे पहले संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चला था।
खबरों की माने तो सरकार विशेष सत्र में एक देश-एक चुनाव का बिल ला सकती है। विपक्षी धड़ों के कुछ नेताओं की माने तो केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों को आगे बढ़ा सकती है और अपने पुराने एजेंडे वन नेशन, वन इलेक्शन का ऐलान कर सबको चकित कर सकती है।
pc- jagran