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हैदराबाद। तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने पर मुसलमानों को दिए गए आरक्षण को खत्म करने संबंधी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में मुसलमानों में पिछड़ी जातियों होने के नाते आरक्षण दिया जा रहा है न कि धर्म के आधार पर।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पार्टी कार्यकर्ताओं को 'पसमांदा’ (पिछड़े) मुसलमानों तक पहुंचने स्थापित करने का कहने की खबरों पर उन्होंने दावा किया कि भाजपा और मोदी के बयानों में कोई सच्चाई नहीं है। ओवैसी ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, '' तेलंगाना में बीसी (ई) श्रेणी में जो आरक्षण उपलब्ध है, वह मुसलमानों के अंदर जातियों को दिया जाता है।’’उन्होंने कहा कि मुसलमानों के बीच पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण एक समाजशास्त्र विशेषज्ञ तथा तत्कालीन अविभाजित आंध्र प्रदेश सरकार के ओबीसी आयोग की रिपोर्ट के आधार पर दिया गया है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी पसमांदा मुसलमानों और उनके सशक्तिकरण के खिलाफ है।
ओवैसी ने पूछा कि अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण छह प्रतिशत से बढ़ाकर नौ प्रतिशत करने और मुसलमानों में जातियों को 12 प्रतिशत आरक्षण देने के कानून पर भी केंद्र तेलंगाना विधानसभा के प्रस्ताव पर चुप क्यों है? उन्होंने कहा, '' कुल मिलाकर यह मुसलमानों के सशक्तिकरण को रोकने के लिए भाजपा का एक सुनियोजित तरीका है।’’ उन्होंने दावा किया कि शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए आरक्षण के संबंध में सच नहीं बताया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चेवेल्ला में रविवार को 'विजय संकल्प सभा’ को संबोधित करते हुए था कि अगर भाजपा तेलंगाना की सत्ता में आती है, तो मुस्लिमों को दिया गया आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि कि तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।