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इंदौर (मध्यप्रदेश) : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि शिवसेना विवाद में निर्वाचन आयोग के विस्तृत फैसले के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अब समझ लेना चाहिए कि पार्टी कार्यकर्ताओं की ताकत किसके पास है। शिवसेना के नियंत्रण को लेकर ठाकरे और महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के धड़ों के बीच कानूनी विवाद चल रहा है।
इस बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने इंदौर में मंगलवार देर रात संवाददाताओं से कहा कि इस मसले में निर्वाचन आयोग का बड़ा विस्तृत फैसला आया है और “इसके बाद दूध का दूध, पानी का पानी हो चुका है।” उन्होंने कहा, “ठाकरे को समझ लेना चाहिए कि शिवसैनिकों तथा इस पार्टी के विधायकों, लोकसभा सांसदों और राज्यसभा सदस्यों का आंकड़ा कहां है। यह संख्या ही पूरी बात कह देती है।” ठाकुर ने एक हिन्दी कहावत के जरिये ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत”।
ठाकुर एक विवाह समारोह में शामिल होने मंगलवार रात इंदौर आए थे। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिदे की अगुवाई वाले गुट को 17 फरवरी को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी थी और उसे दिवंगत बालासाहेब ठाकरे द्बारा स्थापित अविभाजित शिवसेना का ’’धनुष-बाण’’ चुनाव चिन्ह आवंटित करने का आदेश दिया था। शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे के नेतृत्व वाले प्रतिद्बंद्बी गुट पार्टी के नियंत्रण को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझे हैं। इस बीच, शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मंगलवार शाम तय किया गया कि शिंदे शिवसेना के ’’प्रमुख नेता’’ बने रहेंगे।