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pc: kalingatv
भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार के खुलने को लेकर पिछले करीब दो सप्ताह से काफी चर्चा हो रही है। गौरतलब है कि रत्न भंडार आखिरी बार 1978 में खोला गया था।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, छह सदस्यीय समिति ने भगवान और उनके भाई-बहनों के बाहरी, भीतरी और चल खजाने में मौजूद सभी रत्नों की गिनती की थी। रत्न भंडार में गिनती और मूल्यांकन करीब 70 दिनों तक यानी 13 मई से 23 जुलाई तक चला था। उस समय रत्न भंडार में मौजूद आभूषणों की सूची बनाई गई थी।
इसके अलावा, गिनती का विस्तृत रिकॉर्ड पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के संग्रहालय के कार्यालय में है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, आंतरिक खजाने में 376 प्रकार के सोने के आभूषण हैं। इन आभूषणों का वजन करीब 4,364 ग्राम है।
इसी तरह, इसमें 231 प्रकार के चांदी के आभूषण हैं, जिनका वजन 14,878 ग्राम है। बाहरी रत्न भंडार में 79 प्रकार के सोने के आभूषण हैं, जिनका वजन करीब 8,175 ग्राम है। जबकि इसमें 39 प्रकार के चांदी के आभूषण हैं, जिनका वजन करीब 4,671 भार है।
दूसरी ओर, रत्न भंडार में आभूषणों की अंतिम सूची के अनुसार, आठ प्रकार के सोने के आभूषण हैं, जिनका वजन 299 भार है और 23 प्रकार के चांदी के आभूषण हैं, जिनका वजन करीब 2603 भार है।
हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पूर्व न्यायमूर्ति अरिजीत पसायत के 5 जुलाई को पुरी दौरे के कारण रत्न भंडार के खुलने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
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