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इंटरनेट डेस्क। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने का आग्रह किया गया है। हालांकि, अभी तक राहुल गांधी ने इस पद को स्वीकार करने के लिए हामी नहीं भरी है। अब आगामी समय में बताएगा कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष का नेता बनेंगे या नहीं। आज हम आपको बताने ज रहे हैं कि लोकसभा में विपक्ष का नेता पद कितना अहम होता है और इस पद के लिए कितनी सैलरी मिलती है।
कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है पद
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एक महत्वपूर्ण पद होता है। ये कैबिनेट मंत्री के बराबर का पद होता है। नेता प्रतिपक्ष विपक्ष कई अहम कमेटियों में शामिल होता है। वह सीबीआई और ईडी के अलावा केंद्रीय जांच एजेसियों के डायरेक्टर चुनने की प्रोसेस का भी हिस्सा होता है। वहीं सेंट्रल विजिलेंस कमीशन, सूचना आयुक्त और लोकपाल की नियुक्ति में नेता प्रतिपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस मामले में उनकी राय ली जाती है। नेता प्रतिपक्ष के पास शैडो कैबिनेट भी होती है।
केंद्रीय मंत्री के बराबर मिलती है सैलरी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट मंत्री के बराबर वेतन, भत्ते और बाकी सुविधाएं दी जाती है। नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट मंत्री की तरह ही सरकारी बंगला, ड्राइवर सहित कार और 14 लोगों का स्टाफ भी उपलब्ध करवाया जाता है।
किस पार्टी को मिलता है नेता प्रतिपक्ष का पद
कानूनी प्रावधानों के अनुसार, विपक्ष में उस पार्टी को नेता प्रतिपक्ष का पद मिलता है, जिसे लोकसभा में दस प्रतिशत सीटें मिलती हैं। इसके अलावा कोई और पार्टी इस पर दावा नहीं कर सकती है।
PC: aajtak
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