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इंटरेनट डेस्क। राजस्थान में एक युवा नेता भाजपा के मिशन 25 में सेंध मार सकता है। इस नेता के कारण पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी की चिंताएं बढ़ी हुई हैं। आज हम आपको राजस्थान की राजनीति में सुर्खियों में बने 26 साल के युवा नेता रवीन्द्र सिंह भाटी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो अभी पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से वर्तमान में निर्दलीय विधायक है।
उन्होंने बाड़मेर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। रवीन्द्र सिंह भाटी इस दिनों जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके रोड शो और सभाओं में हजारों की तादाद में लोग उमड़ रहे हैं।
भाजपा को लेना पड़ा ये फैसला
भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस क्षेत्र में पीएम मोदी की सभा भी करवाने का फैसला लिया है। पीएम मोदी यहां पर शुक्रवार को चुनावी सभा में हिस्सा लेंगे। बाड़मेर लोकसभा सीट पर रवीन्द्र सिंह भाटी ने केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को चुनौती देंगे। पार्टी को इन दिनों स्थानीय जनता का जमकर समर्थन मिल रहा है।
कौन हैं रवीन्द्र सिंह भाटी
26 साल के रवीन्द्र सिंह भाटी बाड़मेर के छोटे से गांव दूधोड़ा के बेहद सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं। भाटी के पिता शिक्षक हैं। उन्होंने जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में छात्र राजनीति में कदम रखा। हालांकि बाद में उन्होंने निर्दलीय छात्रसंघ चुनाव जीता था।
शिव सीट से दर्ज की जीत
रवीन्द्र सिंह भाटी ने राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से 4000 वोटों से जीत दर्ज की थी। उनके कारण तो भाजपा उम्मीदवार स्वरूप सिंह खारा की जमानत भी जब्त हो गई थी।
PC: aajtak