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भारत ने शुक्रवार को जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जब यह रिपोर्ट सामने आई कि उसने बहावलपुर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अगर यह रिपोर्ट सही है, तो यह आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की "दोहरे चरित्र" को उजागर करता है। उन्होंने कहा, "हम मांग करते हैं कि मसूद अजहर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसे न्याय के कटघरे में लाया जाए। पाकिस्तान ने हमेशा उसके वहां होने से इनकार किया है।"
जयसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान यह बयान दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद ने मंगलवार को अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर घोषणा की थी कि अजहर ने 20 वर्षों में पहली बार JeM के सदस्यों को संबोधित किया।
यह भाषण तुर्की खलीफत के पतन की सदी पूरी होने पर दिया गया था और इसमें भारत और इज़राइल के खिलाफ आतंकी हमलों के पुनरुत्थान की बात की गई। अजहर ने एक नए वैश्विक इस्लामी ढांचे की वकालत की।
हालांकि, जैश-ए-मोहम्मद ने भाषण की तारीख या स्थान का खुलासा नहीं किया। समूह के डिजिटल प्लेटफॉर्म ने अतीत में अजहर के पुराने भाषण साझा किए हैं, लेकिन गाजा युद्ध का संदर्भ होने के कारण यह भाषण हाल ही का माना जा रहा है।