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इंटरनेट डेस्क। देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बड़ा झटका लगा है। भाजपा को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है। यहां पर तीन निर्दलीय विधायकों ने प्रदेश सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। यहां पर भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है।
खबरों के अनुसार, हरिणाणा में पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर और चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान ने प्रदेश सरकार समर्थन वापस लेकर भाजपा को बड़ा झटका दिया है। इन तीनों ही विधायकों को कांग्रेस को अपना समर्थन दे भी दिया।
इस कारण लिया समर्थन वापस
हरिणाया में तीनों विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और राज्य कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में आयोजित पीसी में भाजपा सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान किया है। इस संबंध में निर्दलीय विधायक गोंदर ने बतया दिया कि कि हम सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। हम कांग्रेस को अपना समर्थन दे रहे हैं। गोंदर ने कहा कि हमने किसानों से जुड़े मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर को लेकर सरकार से समर्थन वापस लेने का निर्णय किया है। 12 मार्च को ही नायब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे।
कांग्रेस के पास है इतने विधायकों का समर्थन
हरिणाणा विधानसभा अभी 88 में से भारतीय जतना पार्टी के 40, कांग्रेस के 30, जजपा के 10, इनेलो का एक और एक हरियाणा लोकहित पार्टी से हैं। वहीं छह सदस्य निर्दलीय विधायक है। बहुमत का आंकड़ा 45 का आंकड़ा है। भाजपा के पास अब 43 विधायकों का समर्थन है। कांग्रेस के पास अब कुल तीस विधायक हो गए हैं। जजपा के समर्थन से भी विधायकों की संख्या 43 ही होगी।
PC: aajtak.
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