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पणजी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुSो ज़रदारी और चीन के विदेश मंत्री चिन गांग शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए गुरुवार दोपहर गोवा पहुंचे।
विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान, अफगानिस्तान ईरान विभाग के प्रभारी संयुक्त सचिव जे पी सिह ने श्री श्री बिलावल भुSो ज़रदारी का तथा पूर्वी एशिया विभाग के प्रभारी संयुक्त सचिव शिल्पक आंबुले ने चीनी विदेश मंत्री श्री चिन गांग का स्वागत किया।श्री जरदारी ने पाकिस्तान के कराची से गोवा के लिए रवाना होने से पहले अपने ट््वीट में कहा, ''गोवा (भारत) के रास्ते में।
एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद में पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इस बैठक में शामिल होने का मेरा फैसला एससीओ के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’उन्होंने एक अन्य ट््वीट में कहा, ''मेरी यात्रा के दौरान, जो विशेष रूप से एससीओ पर केंद्रित है, मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ रचनात्मक चर्चा के लिए तत्पर हूं।’’
हालांकि भारतीय नेतृत्व ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री की यात्रा को तवज्जो नहीं देने के संकेत दे दिये हैं। एससीओ विदेश मंत्रियों के आगमन पर स्वागत के वक्त ली गयीं जो तस्वीरें मीडिया में जारी की गयीं हैं, उनमें चीनी विदेश मंत्री चिन गांग के साथ संयुक्त सचिव श्री आम्बुले हाथ मिला रहे हैं लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्री के स्वागत के समय संयुक्त सचिव जे पी सिह ने उनसे हाथ नहीं मिलाया और सपाट भाव से थोड़ी दूरी बना कर खड़े रहे।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सुबह ही गोवा पहुंच चुके हैं। एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक गुरुवार एवं शुक्रवार को होनी है।विदेश मंत्री एस जयशंकर की आज एससीओ के महासचिव के अलावा रूस, चीन और उज़्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ द्बिपक्षीय बैठकें निर्धारित हैं। एससीओ महासचिव एससीओ महासचिव झांग मिग के साथ पूर्वाह्न में और रूस के विदेश मंत्री श्री लावरोव के साथ दोपहर के भोज के बाद बैठक हो चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि श्री झांग मिग एससीओ को मजबूत करने में भारत की भूमिका के बारे में बहुत सकारात्मक थे। विदेश मंत्रालय की ओर से शाम को इन बैठकों के बारे में आधिकारिक जानकारी दिये जाने की संभावना है।
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