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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शनिवार को पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ ईद का पर्व मनाया जा रहा है जिसमें समाज के हर तबके के लोग एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। यहां ऐशबाग ईदगाह में ईद-उल-फित्र की नमाज अदा हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-फित्र के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से शनिवार को किये गये ट्वीट में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''ईद-उल-फित्र का त्योहार खुशी और मेल-मिलाप का संदेश लेकर आता है। यह पर्व अमन-चैन और सौहार्द का संदेश देता है। ईद के पर्व पर सभी को सद्भाव तथा सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए।’’उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए ईद-उल-फित्र मनाने की अपील की है।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में ईद की नमाज 31,838 स्थानों पर सकुशल संपन्न हुई और सबके प्रयास एवं कुशल प्रबंधन से कहीं कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। शनिवार को सुबह से ही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में ईद का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में ईद-उल-फित्र की नमाज अदा की गयी, जिसमें लोगों ने इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की इमामत में नमाज़ अदा की और लखनऊ, उत्तर प्रदेश तथा पूरे देश में अमन एवं शान्ति के लिए विशेष दुआएं की।
लखनऊ ईदगाह जाने वालों में प्रमुख रूप से उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा समेत कई प्रमुख लोग शामिल थे, जिन्होंने कहा कि यह दिन भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। अखिलेश यादव ने ईदगाह में मौलाना फरंगी महली समेत अन्य लोगों से मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया '' गले मिलने की सीख मुबारक-- ईद मुबारक।'' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा '' सभी देशवासियों को ईद-उल-फित्र की मुबारकवाद।''
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर अपनी बधाई दी। मायावती ने ट्वीट में कहा '' उत्तर प्रदेश तथा देश-दुनिया में रहने वाले सभी भारतीय भाई-बहनों एवं उनके परिवार वालों को ईद उल-फित्र की दिली मुबारकबाद एवं शुभकामनाएं। रमजान के एक महीने के रोजे के बाद ईद की खुशी में अपने ग़रीब ज़रूरतमन्द पड़ोसियों का भी ज़रूर ख़्याल रखें, इसी में असली खुशी है।''
लखनऊ में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में विभिन्न दलों के प्रत्याशी और क ांग्रेसी नेता भी ईदगाह पर नजर आए। इससे पहले शुक्रवार को मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर (अध्यक्ष) और काजी-ए-शहर, ईदगाह लखनऊ के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ऐलान किया था कि 21 अप्रैल को शव्वाल का चांद हो गया है, इसलिए ईद-उल-फित्र 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी।रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को प्रदेश की मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय द्बारा जुमा अलविदा की नमाज अदा की गयी। इसके लिए प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने यहां बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा था कि प्रदेश में 29,439 मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की जाएगी। उनका कहना था कि ईद-उल-फित्र के दिन 24,439 मस्जिदों के अतिरिक्त 3,865 ईदगाहों में भी नमाज अदा की जाएगी। कुमार ने कहा था कि अलविदा की नमाज तथा ईद-उल-फित्र के दृष्टिगत प्रदेश के समस्त जिलों में 2,933 संवेदनशील स्थान चिन्हित किये गये हैं तथा पुलिस ने 849 जोन एवं 2460 सेक्टर बनाकर पुलिस बल की व्यवस्था की है।
उन्होंने बताया कि अलविदा की नमाज तथा ईद-उल-फित्र सकुशल संपन्न कराने के लिए मुख्यालय स्तर से 249 कंपनी पीएसी बल, तीन कंपनी राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ), पांच पांच सीएएफ तथा सात हजार प्रशिक्षणाधीन उप निरीक्षक तैनात किये गये हैं तथा इस बल को राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में व्यवस्थित किया गया है। कुमार ने कहा कि इसके अलावा अलविदा की नमाज के मौके पर सादे वस्त्रों में भी महिला एवं पुलिसकर्मियों की टीम बाडी वार्न कैमरे एवं वाइना कूलर के साथ लगायी गयी है एवं नमाज स्थलों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे भी तथा उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।