हैदराबाद | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना ने ओडिशा तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) चांदीपुर से सतह से हवा में मार करने वाली त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइल (क्यूआरएसएएम) हथियार प्रणाली की उड़ान के छह परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। डीआरडीओ ने गुरुवार को यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि भारतीय सेना द्बारा मूल्यांकन परीक्षणों के हिस्से के रूप में उड़ान परीक्षण किए गए थे।
परीक्षण उडान, विभिन्न परिश्यों के तहत हथियार प्रणालियों की क्षमता का मूल्यांकन करने जिनमें विभिन्न प्रकार के खतरों का मुकाबला करने , उच्च गति वाले हवाई लक्ष्यों के खिलाफ उड़ान-परीक्षण, लंबी दूरी की मध्यम ऊंचाई, छोटी दूरी के साथ साथ रडार के पकड़ में न आने वाले उपर नीचे होते लक्ष्य शामिल है। साथ ही दो मिसाइलों का एक साथ त्वरित जवाब देना भी शामिल है।
इस प्रणाली का दिन और रात के संचालन परिश्यों के तहत प्रदर्शन का भी मूल्यांकन किया गया। इन परीक्षणों के दौरान सभी मापदंडों को सटीकता से हासिल किया गया। इसकी क्षमता जांचने के लिए आईटीआर ने टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिग सिस्टम (ईओटीएस) जैसे कई रेंज उपकरणों से इसके डाटा एकत्र किये गये और उनसे सिस्टम के प्रदर्शन की पुष्टि की गई है। इस मौके पर डीआरडीओ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।