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इंटरनेट डेस्क। कांग्रेस ने अब उत्तर प्रदेश के गोंडा में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस रेल हादसे को लेकर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशना साधा है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मोदी सरकार की लापरवाही के कारण देश में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे। कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार रेलवे को बर्बाद करने पर तुली है ताकि जल्द से जल्द इसको अपने मित्रों को बेच दिया जाए।
कांग्रेस ने एक एक्स के माध्यम से कहा कि उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस रेल हादसा मोदी सरकार की लापरवाही की कहानी बयां कर रहा है। एक तरफ देश में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे, वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्री सारी जिम्मेदारियों से दूर रेलवे के खोखले PR और रील बनाने में व्यस्त हैं। मोदी सरकार में रेलवे की सुरक्षा के लिए दावे और प्लानिंग तो बहुत की गई, लेकिन उसकी आड़ में नेताओं और अधिकारियों ने सिर्फ मलाई खाई है। इन्हीं में से एक राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष यानी कि RRSK है, जिसे साल 2017 में बनाया तो यात्रियों की सुरक्षा के लिए गया था, लेकिन इसमें आवंटित फंड का इस्तेमाल अधिकारी अपनी सुविधाओं पर करते हैं।
आपको समझाते हैं कैसे...
रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए ‘राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष’ (RRSK) बनाया। इसमें 5 साल के लिए 1 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। टैक्स पेयर्स के इस पैसे का इस्तेमाल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाना था, लेकिन रेलवे के अधिकारी इस पैसे को खुद पर खर्च कर रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि साल 2021 में आई CAG (Comptroller and Auditor General of India) की रिपोर्ट में बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया- इस फंड का इस्तेमाल गैर-जरूरी चीजों पर किया गया।
अब इन गैर-जरूरी चीजों की लिस्ट देख लीजिए ...
• फुट मसाजर
• जैकेट
• फर्नीचर
• महंगी क्रॉकरी
• किचन का सामान
• इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
• लैपटॉप
इतना ही नहीं... इस फंड से अधिकारियों के लिए बनाए गए घरों, हॉस्टलों में निर्माण कार्य भी कराया गया। रेलवे ने अपने अधिकारियों के इस्तेमाल के लिए महंगी-महंगी गाड़ियां भी इसी फंड से किराए पर लीं। इस फंड से लगातार गैर-जरूरी चीजों पर खर्च किया गया और हर साल यह खर्च बढ़ता भी गया।
रिपोर्ट ने मोदी सरकार के दावों की पोल खोल दी
CAG ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 'जिस फंड का इस्तेमाल सुरक्षा के लिए होना था, उससे ऐशो-आराम की चीजें खरीदी जा रही थीं। रिपोर्ट में लिखा है कि इस फंड का इस्तेमाल गलत तरीके से किया गया।' इस रिपोर्ट ने मोदी सरकार के उन दावों की पोल खोल दी, जिसमें वह कहती है कि उसने रेलवे का कायाकल्प कर दिया है। दरअसल, मोदी सरकार रेलवे को बर्बाद करने पर तुली है ताकि जल्द से जल्द इसको अपने मित्रों को बेच दिया जाए।
PC: swarajyamag
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