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लखनऊ में समाजवादी पार्टी (SP) और ruling भाजपा के बीच शुक्रवार को एक बड़ा टकराव देखने को मिला, जब SP प्रमुख अखिलेश यादव को जेपी नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाने से रोका गया। यादव ने अपने आवास के बाहर जेपी नारायण की प्रतिमा को माला पहनाई, जहां सुबह से ही सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे। यह घटना तब हुई जब अधिकारियों ने यादव को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जेपी नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (JPNIC) जाने से रोका था।
बुधवार रात यादव जब JPNIC गए, तो उन्हें मुख्य गेट के टिन शीट से ढकने के कारण अंदर जाने से रोक दिया गया। उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें जेपी नारायण के जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि देने से रोकने के लिए टिन शीट लगाई थी।
क्या हो रहा है लखनऊ में?
शुक्रवार सुबह, यादव ने एक वाहन पर रखी नारायण की प्रतिमा को माला पहनाई, जबकि SP कार्यकर्ता लाल टोपी पहनकर नारेबाजी कर रहे थे और पार्टी झंडे लहरा रहे थे। यादव के साथ SP के नेता लाल बिहारी यादव और राजेंद्र चौधरी सहित अन्य नेता भी मौजूद थे। यादव ने राज्य में भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "जेपी नारायण जी के जन्मदिवस पर हम हमेशा JPNIC म्यूजियम जाते हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि यह सरकार हमें ऐसा करने से क्यों रोकती है।"
यादव ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के लोगों को जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाने से रोकने के लिए भाजपा ने उनके घर के पास बैरिकेड लगा दिए। उन्होंने कहा, "भाजपा ने हमेशा अच्छे कामों को रोकने का प्रयास किया है। लेकिन आज हम सड़क पर खड़े होकर 'जन-नायक' को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।"
यादव के आरोप
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि JPNIC में स्मारक ढका हुआ है क्योंकि "इसे बेचने की साजिश" की जा रही है। उन्होंने कहा, "सोचिए, एक ऐसी सरकार है जो एक म्यूजियम बेचना चाहती है।"
यूपी अधिकारियों की सलाह
इससे पहले, लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने यादव को सूचित किया कि उनका JPNIC केंद्र जाने की योजना "अनुशंसित नहीं" है, क्योंकि वहां निर्माण कार्य जारी है। LDA ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि "निर्माण सामग्री अनियोजित तरीके से रखी गई है और बारिश के मौसम के कारण अनचाहे जीवों की उपस्थिति की संभावना है।"
समाजवादी पार्टी के नेताओं के बयान
यादव ने सोशल मीडिया पर पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती के वीडियो और तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे समाजवादी लोगों को जेपी नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता आंदोलन के खिलाफ है और जनता अब भाजपा को नहीं चाहती।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी इस मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला बोला।
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