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PC: amarujala
जब किस्मत हमारा साथ नहीं देती, तो हम अक्सर अपनी किस्मत को दोष देते हैं। जब हमारी कोशिशों के बावजूद असफलता मिलती है, तो निराश होना स्वाभाविक है। कई बार अनजाने में हम वास्तु (वास्तुकला का प्राचीन भारतीय विज्ञान) से जुड़ी गलतियां कर देते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
कड़ी मेहनत करने के बाद भी असफलता का सामना करना कोई असामान्य बात नहीं है। कई लोग घर में सारी सुख-सुविधाएं होने के बावजूद खुद को दुखी पाते हैं। अगर आप ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो इसका कारण नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घरों, दफ्तरों या दुकानों में रखी कुछ वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकती हैं, जिससे वास्तु दोष बढ़ता है। अगर आपके घर या कार्यस्थल पर इनमें से कोई भी वस्तु है, तो उसे तुरंत हटा देना ज़रूरी है। आइए जानें कि ये कौन सी वस्तुएं हैं।
नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाली वस्तुएं
पेंटिंग: लोग अक्सर अपने घरों या ऑफिस को सजाने के लिए पेंटिंग लगाते हैं। हालांकि, वास्तु शास्त्र के अनुसार, टाइटैनिक के डूबने, जलपोत, जंगली जानवरों, पियानो, युद्ध के दृश्यों जैसी आपदाओं को दर्शाने वाली पेंटिंग्स को लगाने से बचना चाहिए। ये पेंटिंग्स भय, निराशा और बेचैनी की भावनाएँ पैदा कर सकती हैं, जिससे अंततः शांति भंग होती है और समस्याएँ बढ़ती हैं। दफ़्तर में ऐसी पेंटिंग आपके मूड को बिगाड़ सकती हैं और अशांति का माहौल बना सकती हैं।
चूँकि घर और ऑफिस शांति और खुशी के स्थान होते हैं, इसलिए इन क्षेत्रों में किसी भी तरह की अशांत या भयावह तस्वीरें लगाने से बचना ज़रूरी है।
कांटेदार पौधे: कई लोग सजावट या ताज़ी हवा के लिए अपने घरों, दफ़्तरों या दुकानों में कांटेदार पौधे रखते हैं। जबकि पौधे किसी स्थान को सुंदर बना सकते हैं, सही पौधे चुनना बहुत ज़रूरी है। वास्तु के अनुसार, कांटेदार पौधे या दूधिया रस छोड़ने वाले पौधों को घर के अंदर नहीं रखना चाहिए। इस तरह के पौधे समृद्धि और खुशहाली में बाधा डाल सकते हैं।
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