- SHARE
-
वास्तु शास्त्र में, घर में दीवार पर लगी घड़ियों की स्थिति और प्रकार को वित्तीय स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। घड़ियों को आदर्श रूप से उत्तर, पूर्व या पश्चिम की दीवारों पर लटकाया जाना चाहिए, उत्तर और पूर्व सबसे अनुकूल दिशाएँ हैं। दक्षिण की दीवार पर कभी भी घड़ी न लगाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे वित्तीय कठिनाइयाँ आती हैं।
इसके अतिरिक्त, घड़ियों को मुख्य प्रवेश द्वार या किसी अन्य दरवाज़े के ऊपर या जिस बिस्तर पर आप सोते हैं उसके ऊपर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इन स्थानों को अशुभ माना जाता है।
एक चालू घड़ी सकारात्मक ऊर्जा और प्रगति का प्रतीक है, इसलिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि घड़ी हमेशा चलती रहे। बंद या टूटी हुई घड़ी को तुरंत ठीक करवाना चाहिए या दीवार से हटा देना चाहिए। टूटी या फटी हुई घड़ियों को घर में बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए, क्योंकि उन्हें वास्तु के अनुसार नकारात्मक माना जाता है।
घड़ी के रंग के लिए, भूरा, गहरा हरा, हल्का भूरा, सफेद, आसमानी नीला, हल्का हरा या क्रीम जैसे तटस्थ या प्राकृतिक रंगों की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि ये रंग घर में सामंजस्यपूर्ण और सकारात्मक वातावरण को बढ़ावा देते हैं।
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें