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आधार कार्ड आज हर भारतीय नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसका उपयोग पहचान पत्र, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने, बैंकिंग, सिम कार्ड, और स्कूल एडमिशन जैसे कार्यों में किया जाता है। यदि आधार कार्ड में कोई गलती हो जाए, जैसे नाम, पता या जन्मतिथि में, तो यह बड़ी समस्या बन सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए UIDAI ने हाल ही में नाम और पते में सुधार के नियमों में बदलाव किया है।
आधार में नाम सुधारने के नए नियम
1. गैजेट नोटिफिकेशन अनिवार्य:
अब आधार कार्ड में नाम बदलने के लिए गैजेट नोटिफिकेशन जमा करना अनिवार्य है। यह एक कानूनी दस्तावेज है जो आपके नाम बदलने की प्रक्रिया को प्रमाणित करता है।
2. अतिरिक्त पहचान पत्र:
गैजेट नोटिफिकेशन के साथ, आपको एक अन्य पहचान पत्र भी प्रस्तुत करना होगा, जिसमें आपका नया नाम दर्ज हो। इसके लिए आप PAN कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, या सर्विस आईडी कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
3. नाम बदलने की सीमा:
UIDAI ने आधार में नाम बदलने की अनुमति जीवन में केवल दो बार ही दी है। इससे अधिक बार नाम बदलने का विकल्प नहीं मिलेगा।
प्रक्रिया को कठिन बनाने का उद्देश्य
UIDAI ने नाम बदलने की प्रक्रिया को सख्त बनाया है ताकि धोखाधड़ी के मामलों को रोका जा सके और आधार कार्ड की प्रामाणिकता को मजबूत किया जा सके।
एड्रेस अपडेट में आई आसानी
नाम बदलने की प्रक्रिया कठिन बनाने के विपरीत, पता बदलने और नए एनरोलमेंट की प्रक्रिया को सरल कर दिया गया है। अब आप पब्लिक सेक्टर बैंक की पासबुक का उपयोग एड्रेस प्रूफ के रूप में कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें अपने पते में बदलाव करना है या पहली बार आधार कार्ड बनवाना है।
निष्कर्ष
UIDAI के नए नियम आधार कार्ड की सुरक्षा और प्रामाणिकता बढ़ाने के लिए बनाए गए हैं। नाम बदलने की सख्त प्रक्रिया और एड्रेस अपडेट में दी गई सहूलियत उपभोक्ताओं को नई दिशा में राहत देती है।